बदरीनाथ (चमोली)। गुरूवार को बदरीनाथ की यात्रा शुरू हो गई है। यात्रा के पहले दिन बड़े पैमाने पर हुई अव्यवस्थाओं कारण स्थानीय लोगों के साथ ही श्रद्धालुओं को भी जुझना पड़ा। जहां पेयजल की आपूर्ति सुचारु न होने से होटल संचालकों को दिक्कतें झेलनी पड़ी, वहीं धाम में पुनर्निर्माण कार्य से पैदल मार्गों मेें किये गये बदलाव से तीर्थयात्रियों को मंदिर पहुंचने के लिये खासी परेशानियां झेलनी पड़ी। ऐसे में प्रशासन की ओर से बीते एक माह से बदरीनाथ की यात्रा को लेकर की जा रही तैयारियों पर पुनर्निर्माण कार्य की अस्तव्यस्तता भारी पड़ रही है।
बदरीनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य के चलते क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों के सुधारीकरण में हुई देरी के चलते धाम की यात्रा शुरु होने तक भी सुचारु पेयजल आपूर्ति शुरु नहीं हो सकी। बुधवार को धाम में रातभर बिजली के आने जाने का सिलसिला जारी रहा। जबकि धाम में पुनर्निर्माण कार्य के चलते ट्रैफिक प्लान और पैदल आवाजाही के मार्गों के रुट में किये गये बदलाव से तीर्थयात्रियों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। ट्रैफिक प्लान में किये गये बदलाव के चलते सड़क से मंदिर की पैदल दूरी बढ गई है। जिससे यहां बुजुर्ग और असहाय तीर्थयात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, वहीं पैदल मार्गों पर पुलिस की ओर बैरिकेटिंग लगाकर बदले गये रुट से पैदल आवाजाही करवाई जा रही है। जबकि नई व्यवस्था को लेकर समुचित जानकारी न मिलने से तीर्थयात्रियों को मंदिर पहुंचने के लिये भी खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।
इधर, उप जिलाधिकारी जोशीमठ कुमकुम जोशी ने कहा कि धाम में सभी व्यवस्थाएं सुचारु की जा रही है। सभी विभागों के कर्मचारी और मजदूर व्यवस्थाओं का सामान्य करने का प्रयास कर रहे हैं।