गोपेश्वर (चमोली)। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा उत्तराखण्ड के तत्वाधान में उत्तराखण्ड के समस्त जनपदों में पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर हरिद्वार से शुरू हुई पेंशन प्रकाश यात्रा शुक्रवार को जनपद चमोली के मुख्यालय गोपेश्वर पहुचने पर स्वागत किया गया। इस दौरान जिला पंचायत चमोली सभागार में कार्मिकों ने पुरानी पेंशन बहाली के आन्दोलन को तेज करने की शपथ ली।
प्रान्तीय अध्यक्ष मुकेश प्रसाद बहुगुणा ने कहा कि पूरे देश में पेंशन का एक ही विधान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां सांसद और विधायक कई पेंशन ले रहे हैं, वही कर्मचारी 60 वर्ष तक सेवा करने के बाद मी पेंशन विहीन है। इससे सामाजिक न्याय में असमानता हो रही है। उन्होंने कहा कि यात्रा के जरिये प्रदेश के सभी जनपदों से पुरानी जीपीएफ पेंशन व्यवस्था को पुनः बहाल करने को समर्थन जुटाया जा रहा है। जिसमें कार्मिकों, समाज सेवी तथा शिक्षकों के हस्ताक्षर लिए जा रहे हैं जिससे केंद्र तथा राज्य सरकार को सौंपा जाएगा। जिलाध्यक्ष चमोली पूरन सिंह फरस्वान ने कहा कि नई पेंशन कर्मचारियों के साथ छलावा हैै इस योजना से कर्मचारियों को सेवानिवृत्त होने के बाद वृदावस्था पेंशन से भी कम पेंशन मिल रही है, जिससे सेवानिवृत्ति के बाद सेवानिवृत्त कर्मचारी का एक दिन का भी गुजारा संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि 10 दिनों तक चलने वाली पेंशन प्रकाश यात्रा उत्तराखण्ड के सभी 13 जनपदों से गुजरेगी। और पुरानी पेंशन योजना बहाली के लिए जन समर्थन जुटायेगी। राजकीय शिक्षक संघ के प्रान्तीय अध्यक्ष केके डिमरी ने कहा कि पूरे देश में पुरानी पेंशन की बहाली लिए आन्दोलन चल रहा है। जबकि छत्तीगढ,़ राजस्थान तथा झारखंड की राज्य सरकारों ने अपने राज्य में नई पेंशन व्यवस्था को समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना को पुनः बहाल कर दिया है, लेकिन अभी तक उत्तराखण्ड सरकार ने उनकी मांग पूरी नहीं की है। इस दौरान पत्रकार वार्ता भी आयोजित की गई। पेंशन प्रकाश यात्रा दल मुकेश प्रसाद बहुगुणा, योगेश घिडियाल, पंकज ध्यानी, दाताराम भट्ट, राजेश कुकरेती, सुगंध नेगी, अजय नेगी सम्मिलत रहे। जनपद चमोली की बैठक मण्डलीय अध्यक्ष जयदीप रावत, डा. कमलेश कुमार मिश्रा, प्रान्तीय कोषाध्यक्ष रणवीर सिरसवाल आदि मौजूद थे। संचालन जिला महासचिव सतीश कुमार ने किया।