जोशीमठ (चमोली)। चमोली जिले के तपोवन-रैणी में हिमप्रलय के कारण आयी आपदा के बाद लापता लोगों की खोजबीन 18 दिन व्यतीत होने के बाद भी अभी तक न लग पाने से आक्रोशित जोशीमठ क्षेत्र की जनता ने गुरूवार को एक बैठक कर उपजिलाधिकारी जोशीमठ के माध्यम से एक ज्ञापन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को भेजा है। जिसमें मांग की गई है कि आपदा में लापता लोगों की शीघ्र खोजबीन की जाय अन्यथा उन्हें आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
गुरूवार को जोशीमठ में स्थानीय लोगों ने पूर्व काबीना मंत्री राजेंद्र सिंह भंडारी के साथ मिलकर एक बैठक की जिसमें 18 दिनों बाद भी अभी तक आपदा में लापता लोगों की खोजबीन नहीं हो पायी है। लोग अभी भी अपने परिजनों की मिलने की आस लगाये हुए हैं लेकिन गुजरते समय के साथ लोगों की आस टूटती जा रही है। मगर सरकार व शासन प्रशासन की ओर से खोजबीन के कार्य में तेजी नहीं लायी जा रही है जिससे लोगों में आक्रोश पनप रहा है। सीएम को भेजे ज्ञापन में मांग की गई है कि लापता लोगों की खोजबीन में तेजी लायी जाए तथा ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट की ओर से पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की जाए, पीड़ित परिवार के एक सदस्य को स्थाई रोजगार दिये जाने तथा आपदा से सबसे अधिक प्रभावित गांवों को विस्थापित किये जाने की कार्रवाई किये जाने की मांग की गई है। इस मौके पर मीना डिमरी, मालती मावडी, सुखदेव सिंह, देवेंद्र सिंह, मंजू देवी, दिक्का देवी, हरीश पंवार, भवान राणा, ज्योति, लक्ष्मी लाल, पुष्पा देवी आदि मौजूद थे।