गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के जोशीमठ विकास खंड के उर्गम घाटी के डुमक गांव को सड़क मार्ग से जोड़ने की मांग को लेकर डुमक गांव में चल रहे ग्रामीणों के धरने के 17वें दिन शुक्रवार को पीएमजीएसवाई के अधिकारियों के तहसील प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे, उन्होंने धरना स्थल पर आंदोलनकारियों के साथ ही ग्रामीणों से वार्ता करने की कोशिश की लेकिन ग्रामीणों ने उनकी एक न सुनी और अधिकारियों को बिना किसी समझौते के वापस लौटना पड़ा। ग्रामीणों ने कहा कि उनका आंदोलन जारी रहेगा और 18 जनवरी को जिला मुख्यालय गोपेश्वर में प्रदर्शन किया जाएगा।
गौरतलब है कि सैंजी लगा मैकोट-बैमरू-डुमक मोटर मार्ग के निर्माण की मांग को लेकर डुमक गांव के ग्रामीणों की ओर से बीते 27 दिसम्बर से डुमक गांव में धरना दिया जा रहा है साथ ही गांव के ही युवाओं की ओर से पदयात्रा भी की जा रही है जो कि विभिन्न गांवों का भ्रमण कर लोगों से आंदोलन के लिए समर्थन मांग रहे है। इसी कड़ी में शुक्रवार को अधीक्षक अभियंता पीएमजीएसवाई संजय श्रीवास्तव, अधिशासी अधिकारी परशुराम चमोला ग्रामीणों से वार्ता करने पहुंचे थे। लेकिन ग्रामीणों ने उनकी कोई बात नहीं सुनी।
संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह भंडारी ने बताया कि पीएमजीएसवाई के अधिकारियों के विरोध में ग्रामीणों ने नारेबाजी भी की और जब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जाता तब तक किसी प्रकार के समझोता न करने की बात कही, वहीं ंतहसील प्रशासन की ओर से मौजूद अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाया कि सचिवालय में अधिकारियों के साथ सड़क के संबंध में ग्रामीणों के साथ वार्ता की जायेगी जिस पर ग्रामीणों ने अपनी बैठक करने के बाद ग्रामीणों की ओर से सदस्यों को भेजे जाने की बात कही। पूर्व प्रधान प्रेम सिंह सनवाल ने कहा कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक सड़क निर्माण कार्य आरंभ नहीं हो जाता है साथ ही 18 जनवरी को जिला मुख्यालय गोपेश्वर में अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन के पूर्व कार्यक्रम को यथावत किया जाएगा।