रिखपित्ती का बाजार भाव लगभग तीन लाख रुपये आंकी गया है

गोपेश्वर (चमोली)। एसओजी और थाना चमोली की ओर से वन विभाग चमोली रेंज की टीम के साथ संयुक्त कार्रवाई में भालू ( वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट के तहत शेड्यूल वन में संरक्षित जीव) की दुर्लभ 43 ग्राम पित्त की थैली (गॉलब्लैडर) के साथ नेपाली मूल के एक अभियुक्त को रविवार की देर सांय को गिरफ्तार किया गया है।

वर्चुअल थाना पुलिस चमोली से मिली जानकारी के अनुसार एसओजी, चमोली पुलिस को मिली मुखबीर से सूचना के बाद वन विभाग की टीम के साथ पुलिस उपाधीक्षक आपरेशन नताशा सिंह की देखरेख में कार्रवाई करते हुए नेपाली मूल के गमन सिंह जो वर्तमान समय में पुरसाड़ी में रहता है को नंदप्रयाग से 43 ग्राम अवैध भालू की पित्ती के साथ गिरफ्तार किया गया है। जिसका बाजार भाव तीन लाख रुपये के आसपास आंका गया है। मामले में वन जीव सरंक्षण अधिनियम के तहत चमोली थाने में मामला पंजीकृत किया गया है। पुलिस के अनुसार आरोपित ने पूछताछ में बताया कि वह फांस लगाकर प्रतिबंधित वन्य जीव भालू का शिकार करता था तथा ऊंचे दाम पर उसके कीमती अंग पित्त की थैली को बेचता था। उन्होंने कहा कि भालू शेड्यूल एक श्रेणी का जानवर है। आरोपित भालू की पित्त को किस-किस से प्राप्त करता है और किस-किस को सप्लाई करता था। इस संबंध में विस्तृत जानकारी की जा रही है। ताकि तस्करों के जाल तोड़ा जा सके। पुलिस टीम में उप निरीक्षक एसओजी नवनीत भंडारी, उप निरीक्षक पूनम खत्री, सिपाही चन्दन नगरकोटी, आशुतोष तिवाडी, पंकज मैखुरी, वन विभाग के वन क्षेत्राधिकारी मनोहर सिंह बिष्ट, जितेन्द्र सिंह आदि शामिल थे।

 

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