जोशीमठ (चमोली)। चमोली जिले में कोविड कर्फ्यू के दौरान पुलिस का चकमा देकर जयपुर राजस्थान के चार लोगों का बदरीनाथ धाम पहुंचने का मामला सामने आया है। मामले में पुलिस को जानकारी मिलने के बाद पुलिस की ओर से जहां उक्त लोगों के खिलाफ चालन की कार्रवाई की गई है। वहीं उन्हें बदरीनाथ धाम से बिना दर्शन किये लौटा दिया गया है।
बता दें कि जहां कोविड 19 की रोकथाम के लिये बदरीनाथ धमा की तीर्थयात्रा पूर्ण रुप से बंद की गई है। ऐसे में पुलिस की ओर से बदरीनाथ हाईवे पर लगातार चैकिंग की जा रही है। लेकिन इन सबके बीच शनिवार को राजस्थान से आये दो महिला और दो पुरुष बदरीनाथ धाम पहुंच गये। मामले में पुलिस का कहना है कि इन लोगों के बदरीनाथ जाने के दौरान गोविंदघाट में पूछताछ की गई थी। जिसमें इन्होंने स्वयं को भारतीय सेना से जुड़ा बताया और आर्मी कैम्प में जाने की बात कही। जिस पर पुलिस की ओर से उन्हें छोड़ दिया गया। लेकिन जब मामले में बदरीनाथ थाना पुलिस की ओर से सेना के अधिकारियों से इनके विषय में जानकारी ली गई तो ये लोग वहां मौजूद नहीं थे। जिस पर पुलिस ने तत्काल बदरीनाथ धाम में खोजबीन कर चारों लोगों का चालान कर इन्हें वापस भेज दिया है। जिसके बाद चार लोग बदरीनाथ धाम से पैदल ही वापस लौट रहे हैं।
राजस्थान से बदरीनाथ धाम पहुंचे लोगों की ओर से स्वयं सेना में कार्यरत बताकर माणा जाने की बात कही थी। जिस पर पुलिस की ओर से उन्हें माणा जाने के लिये छोड़ा गया था। लेकिन मामले में उक्त लोगों की ओर से चकमा देकर बदरीनाथ धाम पहुंचने की जानकारी मिलने पर थाना बदरीनाथ पुलिस की ओर से सभी का चालान कर उन्हें लौटा दिया गया है।
यशवंत चौहान, पुलिस अधीक्षक, चमोली।