गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के रैणी-तपोवन क्षेत्र आई आपदा के बाद यहां सरकार की ओर से क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रेस्क्यू आपरेश चलाया जा रहा है। रेस्क्यू और सर्च अभियान के लिये सरकार की ओर जल, थल और नभ से अभियान चलाये जा रहे हैं। यहां सरकार की ओर से आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, नेवी के साथ ही बड़ी संख्या में पुलिस और प्रशासन के अधिकारी तैनाती की गई है। आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की ओर से जहां टनल में चलाये जा रहे रेस्क्यू अभियान का जिम्मा सम्भाला गया हैं। वहीं एसडीआरएफ और पुलिस की ओर से अलकनंदा नदी के तटों पर भी सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
चमोली के पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चैहान ने बताया कि आपदा के बाद से जहां वे स्वयं आपदा प्रभावित क्षेत्र में हैं। वहीं पुलिस विभाग की ओर से यहां चार पुलिस उपाधीक्षक, तीन निरीक्षक, 18 उपनिरीक्षक, चार सहायक उपनिरीक्षक, तीन हेड कॉन्स्टेबल, 37 कॉन्स्टेबल, एक महिला कॉन्स्टेबल सहित 71 पुलिसकर्मियों की तैनाती आपदा क्षेत्र में की गई है। वहीं कोतवाली जोशीमठ के पुलिस अधिकारी जवानों भी यहां तैनात किये गये हैं। इसके साथ ही यहां भारतीय सेना की ओर से 114 जवान, नौसेना के 16 जवान, वायुसेना के दो जवान, एसएसबी की एक टीम व स्वास्थ्य विभाग की चार मेडिकल टीमें राहत व बचाव कार्य के लिये तैनात की गई है।
वहीं एसडीआरएफ के सेना नायक नवनीत भुल्लर ने बताया कि आपदा क्षेत्र में एसडीआरएफ की 11 सब टीमों के 88 जवान तैनात किये गये हैं। वाटर रेस्क्यू की तीन टीम के 30 जवान भी तैनात किये गये है। इसके साथ अलकनंदा नदी में सर्च आपरेशन के लिये श्रीनगर, रतूडा और चमोली में भी जवानों की तैनाती की गई है।