रूद्रप्रयाग। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय रुद्रप्रयाग सेवा केंद्र ने आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत एलईडी वैन के माध्यम से ग्राम अरखुंड और ग्राम नैली में ग्राम वासियों के लिए वल्र्ड हैप्पीनेस डे एवं वर्णिम भारत की पहचान आत्मनिर्भर किसान के तहत कार्यक्रम किये गये।
बीके मेहर चंद डायरेक्टर गढ़वाल जोन ने ग्राम वासियों को बताया की खुशी परमात्मा की ओर से मनुष्य आत्माओं को दिया गया एक श्रेष्ठ उपहार है। उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि जैसे पानी का निजी गुण शीतलता है ऐसे ही मनुष्य आत्मा का निजी गुण ही सुख और शांति है किंतु हमारी खुशी आज बाहर की परिस्थितियों एवं व्यक्तियों के ऊपर निर्भर हो गई है। जिसके ऊपर हमारा कोई नियंत्रण नहीं है। जिस कारण ही आज मनुष्य सदा खुश नहीं रह पाता। सदा खुश रखने के लिए हमें आत्मिक स्थिति मे रहने का अभ्यास करना होगा। यह अभ्यास सहज राजयोग मेडिटेशन के माध्यम से संभव है। जिसे ब्रह्माकुमारीज के सभी सेवा केंद्रों पर निशुल्क सिखाया जाता है
किसान अभियान के ऊपर बोलते हुए बताया कि मेडिटेशन के प्रयोग बीज के ऊपर, पानी के ऊपर,फसल के ऊपर भी हमारे किसान कर रहे हैं और इसका बहुत अच्छा लाभ उनको मिल रहा है। कई जगह यह प्राकृतिक खेती के साथ आध्यात्मिक खेती करने से किसानों के जीवन में भी सकारात्मक परिवर्तन आया है। और खाने का जो अनाज है वह भी सात्विक और पौष्टिक मिल रहा है। यह प्राकृतिक खेती के साथ आध्यात्मिक खेती करना बेहद जरूरी है। इससे किसानों के जीवन में परिवर्तन आएगा और खाने का जो अनाज है वह भी सात्विक एवं पौष्टिक मिलेगा। कार्यक्रम में बीके नीलम, बीके ज्योति, बीके विनय, बीके जगमोहन, शिव सिंह, चंदन सिंह राणा, कलपेश्वरी देवी, मंजू देवी आदि मौजूद थे।