जोशीमठ (चमोली)। चमोली जिले के जोशीमठ विकास खंड के उर्गम घाटी में शनिवार को पीएसआई और जनदेश के संयुक्त तत्वावधान में महिला मंगल दल भर्की के साथ प्राकृतिक जल स्रोतों को बचाने पर चर्चा की गई। जिसमें जंगलों की सुरक्षा को लेकर भी ग्रामीणों ने अपने सुझाव रखे।
आजादी के अमृत उत्सव के अवसर पर ग्राम पंचायत भरकी की महिला मंगल दल तथा पीएसआई जनदेश सामाजिक संगठन की तत्वाधान में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें भूमिगत जल के संरक्षण संवर्धन के बारे में चर्चा की गई मुख्य रूप से जल स्रोतों के ऊपर वन उगाओ अभियान चलाने के बारे में चर्चा हुई। वर्तमान समय में निरंतर जल स्रोतों में पानी की मात्रा घट रही है आने वाले समय में पानी का बड़ा संकट पैदा होने वाला जिस तरह से ग्लेशियर घट रहे और भूमिगत पानी कम हो रहा है। वन अग्नि के कारण जंगलों इसका सफाया हो रहा है और वन तस्करों की ओर से पेड़ों के गांठ है निकाली जा रही है जिससे पेड़ सूख रहे आने वाले समय में पर्वतीय क्षेत्रों में भी पानी का बड़ा संकट बढ़ने वाला है। चर्चा के दौरान पानी को बचाने के लिए दो हजार ट्रेंचेज बनाने का निर्णय हुआ। इस कार्य को आगे बढ़ाने के लिए फ्रैंक वाटर का सहयोग लिया जा रहा है। साथ ही समुदाय से 25 फीसदी श्रमदान देने की चर्चा हुई। समुदाय के लोगों ने कहा कि हम श्रमदान करेंगे। इसके अलावा बैठक में जनदेश की तरफ से लक्ष्मण सिंह नेगी ने कहा कि वर्तमान समय में स्वागत जल स्रोतों को जीवित करने की आवश्यकता है। जल स्रोत एक माध्यम है कि लंबे समय तक पहाड़ों के लोगों को पानी पिला सकते हैं। घटते जंगलों पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि सभी को मिलकर के जंगलों के संरक्षण के लिए आगे आना चाहिए। लोक विज्ञान संस्थान के धर्मेंद्र ने लोगों से कहा कि यदि यहां के संगठन का काम अच्छा रहा तो अन्य लोगों को भी यहां से जोड़ा जाएगा। इस मौके पर प्रधान मंजू देवी, महिला मंगल अध्यक्षा गोविंदी देवी, आशा कार्यकत्री आशा देवी, राजेंद्र सिंह रावत, रजनी देवी, राजी देवी, कल्पी देवी, बिंदु देवी, शिवानी, कुसुम देवी, करिश्मा, आरती देवी आदि ने अपने विचार रखे।