गोपेश्वर, (चमोली)। चमोली-कुहेड़-मथरपाल सड़क निर्माण के दौरान गरमथा गदेरे में निर्माणाधीन प्लम से तैयार पुस्ता भरभरा कर गिर गया है। जिससे सड़क निर्माण की गुणवत्ता को लेकर दावा कर रहे पीएमजीएसवाई के अधिकारियों और निर्माण कर रहे ठेकेदार के दावों की हकीकत सामने आ गई है। ग्रामीणों ने मामले में जिला प्रशासन से सड़क के द्वितीय चरण में किये जा रहे निर्माण कार्यों की जांच कर कार्रवाई करने की मांग उठाई है।
जसपाल सिंह रावत, किशोर सिंह, बलवीर सिंह और सोहन सिंह का कहना है कि सड़क के निर्माण कार्य में ठेकदार की ओर से रेत की जगह पर मिट्टी का प्रयोग किया जा रहा है। कई बार मामले की जानकारी विभागीय अधिकारियों को दी गई। लेकिन अधिकारियों की ओर से मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जिसके चलते सड़क निर्माण में बड़े पैमाने पर सरकारी धन का दुरुपयोग हो रहा है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से सड़क पर किये जा रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की उच्च स्तरीय जांच कर सरकारी धन के दुरुपयोग को रोकने और कड़ी कार्रवाई करने की मांग उठाई है।
चमोली में हो रही बारिश के चलते चमोली-कुहेड़-मथरपाल सड़क पर निर्माणाधीन प्लम आधार खिसकने से क्षतिग्रस्त हुआ है। जिसका सुधारीकरण कार्य करवाया जाएगा। ग्रामीणों की ओर से गुणवत्ता की कमी को लेकर कोई शिकायत विभाग से नहीं की गई है।
हरीश चैहान, सहायक अभियंता, पीएमजीएसवाई, पोखरी।