गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले की आदिबद्री उप तहसील के सिलपाटा गांव में स्थित राजकीय इंटर कॉलेज सिलपाटा सरकार, शासन और प्रशासन के सरकारी शिक्षा को बेहतरी के दावों को मुंह चिढा रहा है। यहां सरकार की ओर से जहां जूनियर हाईस्कूल को उच्चीकृत कर इंटरमीडिएट कर दिया है। वहीं भवनों की व्यवस्था नहीं की गई है। जबकि हाईस्कूल के लिये निर्मित भवन भी दो वर्षों से लगातार हो रहे भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हो गये हैं।
बता दें कि वर्ष 2006 में शिक्षा विभाग की ओर से जूनियर विद्यालय सिलपाटा को हाईस्कूल और वर्ष 2014 में इंटर स्तर पर उच्चीकृत कर लिया गया है। लेकिन सात वर्षों के बाद भी विभाग, शासन और प्रशासन की ओर से यहां विद्यालय में इंटर कक्षाओं के संचालन के लिये भवनों का निर्माण नहीं करवाया जा सका है। हालांकि यहां रमसा के माध्यम से विभाग द्वारा यहां कला कक्ष, क्राफ्ट कक्ष और पुस्तकालय कक्ष का निर्माण किया गया। लेकिन वर्ष 2020 में विद्यालय के पिछले हिस्से से सक्रीय हुए भूस्खलन से जूनियर हाईस्कूल के लिये निर्मित भवन के साथ ही नव निर्मित भवन भी खतरे की जद में आ गये हैं। ऐसे में यहां छात्रों के लिये बैठने की भी व्यवस्था नहीं है। तो पठन-पाठन कार्य कैसे होगा यह समस्या बनी हुई है। भाकपा माले के गढवाल सचिव ने मामले में मुख्यमंत्री से लेकर मुख्य शिक्षा अधिकारी तक को पत्र भेजकर मामले की गंभीरता को देखते हुए शीघ्र सुरक्षित स्थान का चयन कर विद्यालय भवन निर्माण की मांग उठाई है।
जीआईसी सिलपाटा में भवनों की क्षतिग्रस्त होने का मामला संज्ञान में आया है। जल्द ही मामले में विद्यालय प्रबंधन से आंगणन तैयार करवाकर विद्यालय भवन के सुधारीकरण अथवा अन्यत्र निर्माण की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
आशुतोष भंडारी, जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक), चमोली।