गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले में कोरोना की गति धीमी पड़ने के बाद इन दिनों जिले में रामलीला आयोजन की धूम है। चमोली जिले में जिला मुख्यालय गोपेश्वर के साथ ही कर्णप्रयाग, सैकोट, मोख मल्ला, सिदोली में रामलीला का आयोजन शुरु हो गया है। जिससे इन दिनों नगर और गांव राम भक्ति से सरोबार होने लगे हैं, वहीं कई स्थानों पर रामलीला आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं।
गोपेश्वर में महादेव रामलीला कमेटी की ओर से आयोजित लीला में शनिवार को सीता हरण की लीला का मंचन किया गया। रामलीला में जब माता सीता स्वर्ण मृग की छाल के लिये भगवान राम से अनुनय विनय करती हैं। तो वे स्वर्ण मृग के शिकार पर चले जाते हैं। जिसके बाद कपटी मृग भगवान राम के कातर स्वर में लक्ष्मण और सीता को पुकारता है। जिस पर माता सीता लक्ष्मण को खरी खोटी सुनकर उन्हें मदद के लिये भेज देती हैं। इस दौरान साधु वेश में रावण माता सीता का हरण कर लेता है। इस मौके पर आयोजन समिति अध्यक्ष संजय कुमार, जयसूर्या बनवाल, अजय आर्य और संजय आर्य आदि मौजूद थे, वहीं सैकोट में आयोजित रामलीला के चैथे दिन यहां लीला में मंथरा के भड़काने पर कैकई राजा दशरथ से भगवान राम को चैदह वर्ष का वनवास और भरत के लिये राजपाठ मांगती हैं। जिस पर भगवान राम माता सीता और लक्ष्मण के साथ वन गमन करते हैं और पुत्र वियोग में राजा दशरथ का निधन हो जाता है। यहां लीला का शुभारंभ भागचंद्र पंवार ने किया। इस मौके पर सतीश चंद्र पुरोहित, दर्शन नेगी, चंद्रशेखर, वीरेंद्र नेगी, सागर सती, आयुष पंवार आदि मौजूद थे।