ब्रेकिंग न्यूज़ !

                   
                                                         

गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के कर्णप्रयाग विकास खंड के चटंग्याला तथा बांतोली गांव के ग्रामीणों में सड़क निर्माण को लेकर आपस में ठन गई है। इसके चलते दोनों गांवों में खाई इस कदर बढ़ गई है अब एक दूसरे के सामाजिक बहिष्कार की नौबत आ गई है।

दशोली ब्लॉक के चटंग्याला गांव के ग्रामीणों ने आम बैठक में बांतोली के ग्रामीणों पर सड़क निर्माण में बाधा डालने पर सामाजिक संबंध खत्म करने का निर्णय लिया है। दरअसल बांतोली के चटंग्याला निवासी कारगिल शहीद भरत सिंह रावत के नाम पर वर्ष 2012-13 में तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने सडक निर्माण की घोषणा की थी। इसके तहत सात किमी सड़क का निर्माण होना है। तेफना से बांतोली होते हुए  सड़क को चटंग्याला से आगे कंडारा तक निर्मित होना है। बांतोली तक तो सड़क का निर्माण हो चुका है किंतु बांतोली से आगे चटंग्याला तक सड़क निर्माण को लेकर विवाद पैदा हो गया है। चटंग्याल के ग्रामीणों का आरोप है कि बांतोली के लोग सड़क निर्माण को अपने खेत देने को तैयार नहीं है। उनका कहना है कि सड़क निर्माण मे बांतोली के कुछ ही लोगों के खेत कटेंगे किंतु वे इसके लिए तैयार ही नही है। इसके चलते कारगिल शहीद भरत सिंह का गांव सड़क सुविधा से वंचित चल रहा है।

चटंग्याला गांव में ग्रामीणों ने बैठक कर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि बांतोली के लोग सड़क आने नहीं दे रहे तो अब उनसे किसी तरह का सामाजिक संबंध नहीं रखा जाएगा। ग्रामीणों ने निर्णय लिया कि चटंग्याला का कोई भी व्यक्ति बांतोली से किसी तरह का संबंध नहीं रखेगा। उनके किसी भी सामाजिक कार्य में शामिल नहीं होंगे। कोई उनसे संबंध रखेगा तो गांव वाले उसका भी सामाजिक बहिष्कार करेंगे। बांतोली के ग्रामीण चटंग्याल गांव की सीमा में काश्तकारी भी नहीं करेंगे। इस दौरान बैठक में पूर्व प्रधान दिनेश सिंह रावत, पान सिंह रावत, जितेंद्र सिंह, कविता देवी, संगीता देवी, सीमा देवी पुष्पा देवी, कांता देवी, सावित्री देवी, सोबती देवी, आशा आदि मौजूद रहे।

इधर, बांतोली गांव के प्रशासक विनोद रावत का कहना है कि चटंग्याला के ग्रामीणों ने उनकी पेयजल लाइन तोड दी है। उन्होंने प्लास्टिक के पाइप भी लगाए किंतु उनको भी उखाड दिया गया। इसी के चलते गांव के लोगों में नाराजगी है। कहा कि यदि चंटग्याला के लोग पानी आने देंगे तो उन्हें सड़क बनाने कोई आपत्ति नहीं होगी।

हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें
                   
                                                         

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!