गोपेश्वर(चमोली)। जिला प्रशासन चमोली एवं राजकीय स्नातकोत्तर गोपेश्वर के संयुक्त तत्तावधान में आज गोपेश्वर महाविद्यालय के सभागार में समान नागरिक संहिता पर परिचर्चा आयोजित की गई। यह गोष्ठी उत्तराखंड सरकार द्वारा गठित समान नागरिक संहिता समिति के सदस्यगणों द्वारा जनता, विशेषकर छात्र-छात्राओं से इस विषय में राय जानने के लिए आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक, गोपेश्वर के गणमान्य लोग, ग्रामीण अंचल से आई हुई महिलाएं और छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सभी अथिति गणों का स्वागत प्राचार्य डॉ एमके उनियाल द्वारा किया गया। कार्यक्रम में समिति सदस्य के रूप में पूर्व मुख्य सचिव शत्रुघन सिंह, प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता मनु गौर और दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल उपस्थित रहे। समिति के सदस्यों द्वारा सभी की ओर से आएंगे सुझाव को सुना गया और सुझावों को कानून के प्रस्तावित प्रारूप में रखने की बात कही गयी।
समिति ने यह भी स्पष्ट किया कि समान नागरिक संहिता का आशय उत्तराखंड की महिलाओं को एक प्रगतिशील कानून देना ताकि आज का युवा वर्ग इक्कीसवीं सदी की समस्याओं का सामना कर सके। समिति ने यह स्पष्ट कहा कि कानून का उद्देश्य उत्तराखंड को विकास के पथ पर बढ़ाना है और किसी भी प्रकार से यह कानून धर्म, जाति के आधार पर अंतर और सांस्कृतिक मूल्यों में कमी नहीं करता है बल्कि संविधान की मान्यताओं के अनुरूप समिति कार्य कर रही है। इस कार्यक्रम में सभागार में उपस्थित सामाजिक कार्यकर्ताओं, अधिवक्ताओ, महिलाओं, अध्यापकों और छात्रों की ओर से समिति को सुझाव दिए गए एवं प्रश्न पूछे गए। मंच संचालन का कार्य डॉ डी एस नेगी ने किया और सभी को धन्यवाद ज्ञापित डॉ बीसी शाह द्वारा किया गया।
इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष पुष्पा पासवान, डॉ जगमोहन नेगी, डॉ अरविंद भट्ट, डॉ प्रियंका उनियाल, डॉ दिनेश सती, संयुक्त मजिस्ट्रेट अभिनव शाह, डीपी पुरोहित, हरि प्रसाद ममगाईं, बार संघ अध्यक्ष बीएस रावत अनीता नेगी, शांति राणा योगेंद्र लिंगवाल, युद्धवीर सिंह आदि उपस्थित थे।