गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के दशोली विकास खंड के मठ-बेमरु क्षेत्र के आठ गांवों के ग्रामीण मठ-बेमरु सड़क के खस्ताहाल होने के चलते जान जोखिम में डालकर आवाजाही करने को मजबूर हैं। यहां क्षेत्र के गांवों को जोड़ने वाली मठ-बेमरु सड़क बरसात के बाद से भेलिखेत में क्षतिग्रस्त पड़ी हुई है। लेकिन विभाग की ओर से वर्तमान तक सुधारीकरण का कार्य शुरु नहीं किया गया है। ऐसे में यहां दुर्घटना की संभावना बनी हुई है।
बता दें कि बंड क्षेत्र के बेमरु, सुरेंडा, बजनी, झडेता, स्यूण, गुनियाला, कुलसारी और भेलिखेत गांवों को सड़क से जोड़ने के लिये मठ-बेमरु सड़क का निर्माण किया गया है। लेकिन सड़क रख-रखाव के अभाव में खस्ताहाल पड़ी हुई है। जिसके चलते यहां वाहनों की आवाजाही खतरनाक बनी हुई है। लेकिन पैदल आवाजाही से बचने के लिये ग्रामीण खस्ताहाल सड़क पर ही प्रतिदिन आवाजाही करने को मजबूर हैं। ग्राम प्रधान बेमरु पंकज कुमार, सुमन राणा, विनोद और नरेंद्र का कहना है कि सड़क के सुधारीकरण को लेकर कई बार पीएमजीएसवाई के अधिकारियों से गुहार लगाई गई। लेकिन वर्तमान तक विभाग की ओर से सड़क सुधारीकरण को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। साथ ही बरसात के दौरान यहां सड़क के साथ ही पैदल मार्ग भी क्षतिग्रस्त पड़ा हुआ है। जिससे ग्रामीणों को आवाजाही में दिक्कतें झेलनी पड़ रही है।
क्या कहते है अधिकारी
मठ-बेमरु सड़क के सुधारीकरण के लिये 20 लाख को प्रस्ताव दैवीय आपदा में तैयार कर स्वीकृति के लिये भेजा गया है। जिसके लिये उच्चाधिकारियों से पत्राचार किया जा रहा है। जल्द ही वित्तीय स्वीकृति मिलने पर सड़क का सुधारीकरण कार्य शुरु कर दिया जाएगा।
तनुज काम्बोज, अधिशासी अभियंता, पीएमजीएसवाई, गोपेश्वर।