गोपेश्वर (चमोली)। सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू) की ओर से गुरूवार को गोपेश्वर में 14 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना देकर प्रदर्शन किया। इस दौरान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी के माध्यम राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर मांगों पर कार्रवाई करने की मांग उठाई।
गोपेश्वर कलक्ट्रेट में धरना स्थल पर आयोजित सभा में सीटू के जिलाध्यक्ष मदन मिश्रा व सचिव मनमोहन रौतेला ने कहा कि केंद्र सरकार की नव उदारवादी नीतियों के चलते देश की अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। जहां देश की जीडीपी निम्नतम स्तर पर पहुंच गई है, वहीं महंगाई दिनों दिन बढ रही है। ऐसे में ट्रेड यूनियनों की ओर से केंद्र सरकार से सार्वजनिक वितरण प्रणाली लागू करने, वस्तु बाजार में सट्टेबाजी व्यापार पर प्रतिबंध लगाने, केंद्र व राज्य सरकारों में कर्मचारियों की भर्तियों पर लगी रोक हटाने, समाप्त पदों को पुनर्जिवित करने, स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा जैसी मूलभूत सेवाओं के निजीकरण के प्रस्तावों को वापस लेने सहित 14 सूत्रीय मांगों पर कार्रवाई की मांग कर रही हैं। लेकिन सरकार की ओर से मांगों की अनदेखी की जा रही है। जिसका आम लोगों पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। कहा कि यदि सरकार द्वारा मांगों पर गम्भीरता से विचार नहीं किया जाता तो यूनियन आंदोलन तेज करने के लिये बाध्य होगी। इस मौके पर देवेंद्र सिंह बिष्ट, मनोज फरस्वाण, हीरासिंह पंवार, अब्बल सिंह, सुमित्रा देवी, रुक्मणी देवी, पुष्पा किमोठी, ज्योती बिष्ट आदि मौजूद थे।