जोशीमठ (चमोली)। शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती के अधिरोहण के 50 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित स्वर्ण ज्योति महोत्सव सके अवसर पर रविवार को नृसिंह मंदिर में विषेश अनुष्ठान व आरती का आयोजन किया गया। इस दौरान पूजा-अनुष्ठान के साथ ही भगवान नृसिंह को मालपुआ का भोग लगाया गया।
बता दें कि शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के निर्देशन में जोशीमठ में स्वर्ण जयंती वर्ष के तहत कार्यक्रमां आयोजन किया जा रहा है। जिसके तहत रविवार को जोशीमठ के नृसिंह मंदिर में सुबह से ही विशेष पूजाओं का आयोजन किया गया। वहीं दोपहर में भगवान नृसिंह को मालपुआ का विषेश भोग लगाया गया और संध्या काल में विशेष आरती कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इससे पूर्व शनिवार को मठ की ओर से आयोजित कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष शैलेंद्र पंवार के साथ ही अन्य 50 विशिष्ठ व्यक्ति को सम्मानित किया गया। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि हिन्दू धर्म सदैव से आध्ययात्म और ज्ञान को पुंज रहा है। ऐसे में बदरिकाश्रम क्षेत्र में पूजा-अनुष्ठान और धर्म प्रचार के कार्य करना सौभाग्य की बात है। उन्होंने सभी हिन्दु धर्मावलम्बियों से धर्म के प्रचार प्रसार हेतु कार्य करने का आह्वान किया। इस दौरान बदरीनाथ के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल के साथ ही अन्य लोग भी मौजूद थे।
