जोशीमठ (चमोली)। चमोली जिले के जोशीमठ के नीती-मलारी हाइवे पर तमक नाले के समीप बुधवार से पहाड़ी से पत्थरों का गिरना जारी है। बीच-बीच में बीआरओ मार्ग खोल रहा है लेकिन बार-बार पहाड़ी से गिर रहे पत्थरों से यहां पर आवाजाही कठिन हो रही है। मार्ग के दोनों ओर वाहनों की कतार लगी हुई है वहीं 15 अगस्त मनाने के लिए गांव पहुंच रहे ग्रामीण भी यहां पर फंसे हुए है। बता दें कि नीती घाटी को सड़क सुविधा से जोड़ने वाली नीती-मलारी सड़क पर तमक गांव के समीप पहाड़ी से बुधवार सुबह से पत्थरों के गिरने का सिलसिला शुरु हुआ। जिससे यहां सड़क पर आवाजाही खतरनाक हो गई थी। बुधवार की सुबह यहां आवाजाही बंद होने से पहले अचानक आये मलबे में एक वाहन फंस गया था। जिसे बीआरओ की ओर से सुरक्षित निकाल लिया गया। ऐसे में आवाजाही करने वाले लोगों की सुरक्षा को देखते हुए बीआरओ की ओर से यहां वाहनों की आवाजाही रोक दी गई थी। गुरूवार को बीआरओ की ओर से मार्ग खोल दिया गया था लेकिर शुक्रवार से फिर से पहाड़ी से पत्थरों का गिरना शुरू हो गया है जो शनिवार को भी जारी है। बीआरओ के कमांडर कर्नल मनीष कपील ने बताया कि सड़क पूरी तरह से सुरक्षित है। पहाड़ी से गिर रहे मलबे और पत्थरों से बने खतरे को देखते हुए तमक गांव के समीप वाहनों की आवाजाही रोकी गई है। पहाड़ी से मलबा गिरने का सिलसिला थमते ही सड़क पर आवाजाही सुचारु कर दी जाएगी।
इधर जनजाति कल्याण समिति के सचिव दीवान सिंह खाती, अंकित रावत, लक्ष्मण सिंह रावत का कहना है कि बार-बार पहाड़ी से गिर रहे पत्थरों के कारण तमक नाले से आगे आवाजाही नहीं हो पा रही है जिसके कारण यहां पर काफी लोग फंसे हुए है। उन्होंने यहां फंसे हुए लोगों को निकालने की मांग की है ताकि लोग अपने घरों को सकुशल पहुंच सके।