गोपेश्वर (चमोली)। उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संगठन ने चमोली जिले के कर्णप्रयाग में एक बैठक आयोजित कर विभाग से मांग की है कि प्रति वर्ष दस फीसदी अनिवार्य स्थानांतरण के स्थान पर शतप्रतिशत स्थानांतरण किये जाएं ताकि दुर्गम स्थानों पर सेवा दे रहे शिक्षकों को भी सुगम पर आने का मौका मिल सके।
कर्णप्रयाग में आयोजित बैठक में संगठन के जिलाध्यक्ष दिगम्बर सिंह नेगी ने कहा कि वर्तमान समय में प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक जूनियर और प्रधानाध्यापक जूनियर के पदों पर जो पदोन्नति की प्रक्रिया चल रही है उसका संघ स्वागत करता है। उन्होंने कहा कि जल्द ही सूची जारी होने के बाद शिक्षकों से अपील की कि वे अपने तैनाती स्थानों पर पहुंच कर कार्यभार ग्रहण करेंगे अन्यथा उन पर सेवा नियमावली के तहत कार्रवाई भी हो सकती है। इसलिए पदोन्नति की प्रक्रिया आगे बढ़ती रहे इसका भी ध्यान रखा जाना चाहिए। बैठक में संघ ने पोखरी ब्लाॅक संसाधन केंद्र को अधिग्रहित करने की कार्रवाई का भी विरोध किया गया। बैठक में अध्यापिका जया चैधरी के निलंबन पर भी रोष जताते हुए इसे तत्काल वापस लिए जाने की मांग की गई। बैठक में संरक्षक जगदीश नेगी, महिपाल सिंह नेगी, जयदीप रावत, रणजीत भंडारी, रणवीर सिंह, त्रिलोक नेगी, बबली सैंजवाल, ताजबर राणा आदि ने अपने विचार रखे।