जोशीमठ (चमोली)। चमोली जिले के विश्व प्रसिद्ध हिमक्रीडा स्थली औली में अवैध अतिक्रमण को लेकर तहसील प्रशासन ने सख्त रुख इख्तियार कर लिया है। शनिवार को तहसील और नगर पालिका की टीम ने निरीक्षण कर अवैध अतिक्रमण कर व्यवसाय संचालित कर रहे नौ लोगों को सोमवार तक अतिक्रम हटाने के नोटिस थम दिए हैं। वंही अन्य लोगों को चिन्हित कर लिया गया है। प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि अभियान लगातार जारी रहेगा।
बता दें कि औली में इन दिनों बड़े पैमाने पर अवैध अतिक्रमण कर ठेलीयों का निर्माण किया जा रहा था। जिस पर स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद शनिवार की तहसील प्रशासन और पालिका के अधिकारियों ने स्थलीय निरीक्षण किया। जिस पर यँहा बड़े पैमाने पर अतिक्रमण कर ठेलियों का संचालन करते लोग पाए गए। जिस पर टीम की ओर से नौ लोगों को दो दिनों में अतिक्रमण हटाने के नोटिस थम दिए गए हैं। जबकि अन्य लोगों के अतिक्रमण का चिन्हीकरण कर लिया गया है। वहीं टीम ओर से औली क्षेत्र में चुगान करवा रहे पांच घोड़ा खच्चर संचालकों के भी चालान किये गए हैं। साथ ही उन्हे क्षेत्र में चुगान न करवाने की हिदायत दी गयी है। वंही क्षेत्र में अस्थाई निर्माण कर व्यवसाय कर रहे शिवम थपलियाल, वीरेंद्र सिंह और दिलवर सिंह का कहना है कि जहां एक ओर सरकार की ओर से पर्यटन के बूते स्वरोजगार कर आर्थिकी मजबूत करने व पलायन पर रोक लगाने की बात कही जा रही है। वहीं प्रशासन की ओर से इस प्रकार की कार्रवाई कर युवाओं को परेशान किया जा रहा है। सरकार इस तरह के प्रकरणों के निस्तारण के लिए नीति तैयार करनी चाहिए।
क्या कहते है अधिकारी
औली में अवैध निर्माण को लेकर लंबे समय से शिकायतें मिल रही थी। जिनके तहत कार्रवाई की गई है। यदि अतिक्रमणकारियों की ओर शीघ्र अतिक्रमण नहीं हटाये जाते तो नियमानुसार कड़ी कार्रवाई अमल में लायी जाएगी।
कुमकुम जोशी, उपजिलाधिकारी, जोशीमठ।