थराली (चमोली)। बरसात के दौरान होने वाली आपदाओं को लेकर थराली तहसील प्रशासन चैकन्ना हो गया है। जिसके लिए तहसील प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है ताकि आपदा के प्रभाव को कम से कम किया जा सके।
शुक्रवार को थराली के उप जिलाधिकारी सुधीर कुमार ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि तहसील प्रशासन आपदा के दौरान होने वाले नुकसान को हर स्थिति में कम करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं को रोका तो नहीं जा सकता है, लेकिन उसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। उससे होने वाले नुकसान को समय रहते हुए काम करने से जरूर कम किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि आपदा से होने वाली परेशानियों को कम करने का प्रयास किया जाएगा, इसके लिए तहसील प्रशासन ने कुछ जरूरी कदम उठा दिए हैं। उप जिलाधिकारी थराली के कार्यालय आपदा कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। जिसका मोबाइल नंबर लोगों तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों से प्रचार प्रसार किया गया है।
तहसील स्तर पर क्षेत्रीय आपदा प्रबंधन समिति का गठन भी किया गया है। जिसमें सरकारी कर्मचारियों के अलावा थराली, देवाल और नारायणगढ़ व्यापार मंडल के अध्यक्ष, राजनीतिक दलों के लोग, सामाजिक संगठनों के लोग एवं मीडिया के लोग सम्मिलित हैं, ताकि किसी भी प्रकार की सूचना पर नुकसान को कम करने के लिए त्वरित कार्रवाई हो सके। राष्ट्रीय राजमार्ग पर तीन स्थानों पर यात्रियों के लिए आवश्यक वस्तु सुविधा केंद्र स्थापित किए हैं जहां राजमार्ग बाधित होने की स्थिति में राहगीरों को पेयजल, फस्ट एड और कुछ आवश्यक सामग्री रखी गई है। इसके अलावा थराली ,देवाल, नारायण बगड़ तहसील क्षेत्रों के दूरस्थ गावो के लिए तीन माह का राशन, राशन की दुकानों तक पहुंचाने के निर्देश दे दिए गए है। ताकि इन स्थानों तक पहुंचने के लिए यदि सड़क मार्ग बंद होने की दशा में इन छेत्रो मे खाद्य एवं रसद की कमी ना रहे। सभी राजकीय कर्मचारियों को अपने मोबाइल नंबर ऑन रखने के लिए निर्देश दिए गए हैं ताकि आवश्यकता पड़ने पर वो उपस्थित हो सके।