गोपेश्वर (चमोली)। राष्ट्रीय सेवा योजना व नमामि गंगे के तत्वाधान में युवा कल्याण कार्यक्रम मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशन पर चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर के राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में 18 मई से 26 मई तक योगाभ्यास शिविर का आयोजन किया गया। जिसका गुरूवार को औपचारिक समापन हो गया है।
समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आरके गुप्ता ने कहा कि योग मनुष्य की एक साधना है और नियमित एवं संयमित ढंग से समय का उपयोग करना ही योग है। राष्ट्रीय सेवा योजना के अधिकारी डॉ भालचंद्र नेगी ने बताया कि प्रतिदिन प्रातः साढे पांच बजे से और सात बजे तक योगाभ्यास कार्यक्रम श्रृंखलाबद्ध चलता रहा। कार्यक्रम में पतंजलि जिला योगविज्ञान के संयोजक रघुवीर सिंह बत्र्वाल ने महाविद्यालय के छात्रों, प्रोफेसरों के साथ-साथ शहर के गणमान्य नागरिकों को योग विज्ञान के संबंध में विभिन्न योग विधाओं से योगाभ्यास कराया। इसमें प्रमुख रूप से सूर्य नमस्कार, वृक्षासन, गरुड़ासन, पद्मासन, भुजंगासन कपालभाति अनुलोम विलोम के अभ्यास रहे। रघुवीर बर्तवाल ने अपने संबोधन में कहा कि योग से व्यक्ति अपने संपूर्ण शरीर के साथ साथ मानसिक स्वास्थ्य, आचार विचार और रोजमर्रा के जीवन में भी परिवर्तन एवं सुधार ला सकता है।
कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉ. दर्शन सिंह नेगी कहा कि योग हमें जहां निरोग रखने का साधन है वही हम इसे दैनिक जीवन में उतार कर अपने व्यवहार में भी भी परिवर्तन ला सकते हैं। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. वंदना लोहानी, डॉ. रचना टम्टा, डॉ. इमरान अली, विक्रम गुसाईं, धनेश्वरी बिष्ट, प्रभात नेगी, सचिन बिष्ट, नमिता बुटोला, पवन बिष्ट, लक्ष्मी, पदमेंद्र, अनुकृति रावत, अंशु, शिवांश, दिव्यांश, आस्था चैधरी, नमिता बुटोला आदि उपस्थित रहे।