गोपेश्वर (चमोली)। विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना प्रभावित हाट गांव में बुधवार को टीएचडीसी और प्रशासन की टीम ने आवासीय भवनों ध्वस्त कर दिया है। जबकि ग्रामीणों की ओर से प्रशासन और परियोजना कंपनी के साथ पूर्व में हुए समझौते पर कार्रवाई होने तक ध्वस्तीकरण न किये जाने की मांग की जा रही थी। बुधवार को प्रशासन की ओर से यहां 7 लोगों को हिरासत में लेकर बलपूर्वक ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई।
बता दें कि विष्णुगाड-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना के पावर हाउस निर्माण के लिये परियोजना कंपनी टीएचडीसी की ओर से हाट गांव के ग्रामीणों को दशवांणा तोक और ऐलडाना विस्थापित किया। इस दौरान वर्ष 2009 में कम्पनी प्रबंधन और ग्रामीणों के मध्य विस्थापितों को रोजगार दिये जाने और विस्थापित ग्रामीणों को मूलभूत सुविधा दिये जाने को लेकर समझौता किया गया था। लेकिन ग्रामीणों की ओर से मामले में समझौते के अनुरुप कार्य न होने की बात कहते हुए हाट गांव में स्थित भवनों के ध्वस्तीकरण का विरोध किया जा रहा था। बीती 20 अगस्त को भी प्रशासन की टीम ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के लिये गांव में पहुंची थी। लेकिन ग्रामीणों के विरोध के बाद टीम लौट गई थी। ऐसे में बुधवार को प्रशासन की ओर से सुबह करीब सात बजे ग्राम प्रधान हाट व भापजा के मंडल अध्यक्ष राजेंद्र हटवाल, ज्येष्ठ प्रमुख दशोली पंकज हटवाल, नव युवक मंगल दल अध्यक्ष अमित गैरोला और कृष्ण चन्द्र को हिरासत में लेकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरु कर दी। जिस पर गांव में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के दौरान विरोध करने पर दोपहर में पुलिस की ओर से नर्वदा देवी, प्रमिला देवी और प्रभा देवी को भी हिरासत में ले लिया गया। इस दौरान नायब तहसीलदार धीरज राणा, टीएचडीसी के गणेश भट्ट, डीजीएम जीएस बिष्ट, एजीएम अनिरुद्ध विश्नोई, एजीएम संदीप गुप्ता आदि मौके मौजूद रहे।
इधर आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद कपरूवाण ने कहा कि उनकी पार्टी इस घटना की निंदा करती और इसको लेकर वह ग्रामीणों के साथ खड़ी है और उनको इंसाफ दिलाने तक उनके साथ रहेगी। उन्होंने कहा कि देव भूमि के लोगों ऐसा अत्याचार आम आदमी पार्टी नहीं सहन नहीं करेगी। इस मौके पर आप के पूर्व बदरीनाथ प्रभारी अनूप रावत, सोशल मीडिया प्रभारी अनुराग पोखरियाल ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा कि उनकी पार्टी इसके लिए ग्रामीणों के साथ है और घटना की कड़ी निंदा करती है।