जोशीमठ (चमोली)। चमोली जिले के जोशीमठ क्षेत्र में भूधंसाव की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से जोशीमठ के सभी प्रभावित नागरिकों से किसी अन्य सुरक्षित स्थानों पर स्थायी विस्थापन और नया जोशीमठ बसाने को लेकर सुझाव मांगे जा रहे है। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने जोशीमठ के सभी प्रभावित नागरिकों से अपील की है, कि वो अपने सुझाव जिला प्रशासन को दें। ताकि उनके सुझाव और स्वेच्छा के अनुरूप स्थायी विस्थापन की कार्रवाई अच्छे से की जा सके।
181 भवनों को किया असुरक्षित घोषित
जोशीमठ नगर क्षेत्र में भू-धंसाव के कारण अभी तक 849 भवनों को चिह्नित किया गया है जिनमें दरारें मिली है। इसमें से 181 भवन असुरक्षित जोन में रखा गया है, वहीं दो अन्य होटलों को भी आम जनमानस की सुरक्षा के दृष्टिगत भूधंसाव के कारण होटल कामेट एवं होटल स्नोक्रेस्ट को खाली कराया गया है।
865 लोग रह रहे राहत शिविरों में
जोशीमठ में आपदा प्रभावित 250 परिवारों के 865 सदस्यों को सुरक्षा के दृष्टिगत राहत शिविरों में रूकवाया गया है। राहत शिविरों में भोजन, पेयजल, चिकित्सा इत्यादि मूलभूत सुविधाएं प्रभावितों को उपलब्ध कराई जा रही हैं। वर्तमान तक राहत शिविरों में 707 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है।
पांच सौ परिवारों को राहत राशि का हुआ वितरण
प्रभावित परिवारों के तीक्ष्ण एवं पूर्ण क्षतिग्रस्त भवनों, विशेष पुनर्वास पैकेज की अग्रिम धनराशि, सामान ढुलाई व तात्कालिक आवश्यकताओं एकमुश्त विशेष ग्रांट और घरेलू सामग्री क्रय के लिए पांच सौ प्रभावितों को 327.77 लाख की राहत धनराशि वितरित की जा चुकी है।