पीपलकोटी (चमोली)। चमोली जिले में प्रत्येक रात्रि को मुसलाधार वर्षा हो रही है। जिससे ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। दिन के वक्त तो किसी घटना के होने पर इधर-उधर भाग कर बचाव किया जा सकता है लेकिन रात्रि में जायें भी तो कहां। शनिवार की रात्रि से रविवार की सुबह तक चमोली जिले में हुई मुसलाधार वर्षा से पीपलकोटी के छह गांवों में भारी नुकसान हुआ है। यहां पर काश्तकारों की भूमि बह गई है। वहीं आवासीय भवनों पर भी दरारें आ गयी है। बेमरू गांव को जोड़ने वाला सड़क मार्ग भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है।
शनिवार रात्रि व रविवार की सुबह तक हुई भारी वर्षा से पीपलकोटी क्षेत्र के मठ, बेमरू, कुलसारी, गनियाला, झडेता सहित छह गांवों में भारी नुकसान हुआ है। यहां पर हुए भूस्खलन से काश्तकारों की भूमि नष्ट हो गई है वहीं कई मकानों पर दरारें भी आ गई है। मठ गांव के नीचले हिस्से में हो रहे भूस्खलन से गांव को खतरा बना हुआ है। पीपलकोटी से मठ बेमरू को जोड़ने वाला मोटर मार्ग भी कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। वहीं इन गांवों को सप्लाई होने वाले पेयजल की लाइनें भी क्षतिग्रस्त हो गई है जिससे पानी की आपूर्ति भी बाधित हो गई है। मठ झडेता के प्रधान संजय राणा और बेमरू के प्रधान पंकज कुमार ने बताया कि भारी वर्षा के कारण हुए भूस्खलन से गांव के लोगों की काश्तकारी की भूमि नष्ट हो गई है। पेयजल लाइन भी कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गई। सड़क संपर्क मार्ग भी बाधित हो गया है। उन्होंने बताया कि मठ गांव के उपर और नीचे दोनों जगह से भूस्खलन हो रहा है जिस कारण गांव को खतरा बना हुआ है। ग्रामीणों ने इसकी सूचना प्रशासन को दी है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने सड़की नालियों में जलभराव से गांव को खतरा न हो इसके लिए स्वयं की नालियों की सफाई का कार्य शुरू कर दिया है ताकि फिर से बारिश होने से कुछ राहत मिल सके।