गोपेश्वर (चमोली)। शुद्ध श्रावण मास के हस्त नक्षत्र के शुभ मुहूर्त पर श्री बदरीनाथ धाम में दो-दिवसीय नर-नारायण महोत्सव का बदरीपुरी भ्रमण तथा नर-नारायण के अभिषेक के पश्चात समापन हो गया है। सोमवार को पूर्वाह्न दस बजे बदरीनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के पश्चात भगवान श्री नर-नारायण की देवडोली भक्तों को आशीष देने बदरीपुरी के भ्रमण पर निकली। भ्रमण के बाद नर-नारायण महोत्सव संपन्न हो गया है।
भ्रमण के दौरान बामणी तथा संपूर्ण बदरीनाथ धाम में श्रद्धालुओं ने नर-नारायण की देवडोली के दर्शन किये तथा पुष्पवर्षा से स्वागत किया। तत्पश्चात भगवान बदरीविशाल के जन्मस्थान लीलाढूंगी में धर्माधिकारी तथा वेदपाठियों की उपस्थिति में नायब रावल अमरनाथ नंबूदरी ने भगवान नर-नारायण की अभिषेक पूजा संपन्न की तथा भोग लगाया। इसके पश्चात अपराह्न सवा तीन बजे भगवान नर नारायण की विग्रह मूर्ति्तयां देवडोली सहित श्री बदरीनाथ मंदिर प्रांगण में विराजमान हो गयी।
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने बताया कि भगवान नर-नारायण के बदरीनाथ भ्रमण तथा अभिषेक के पश्चात आज दो दिवसीय नर-नारायण महोत्सव का सफल समापन हो गया है। बीते रविवार को भगवान नर-नारायण की विग्रह डोली ने मातामूर्ति मंदिर प्रस्थान किया।
मान्यता है कि सतयुग में नर-नारायण ने श्री बदरीनाथ धाम में भगवान नारायण की घोर तपस्या की। तथा सहस्र कवच नाम के दैत्य का वध किया। द्वापर में नर ने अर्जुन के रूप में तथा नारायण ने श्रीकृष्ण के रूप में अवतार लिया। सोमवार नर- नारायण की डोली ने श्री बदरीनाथ धाम का भ्रमण किया तथा भगवान बदरीविशाल के जन्म स्थल लीला ढूंगी में भगवान नर-नारायण का अभिषेक संपन्न हुआ। इस अवसर पर नर-नारायण भगवान की जय तथा श्री बदरीविशाल की जय का उदघोष हुआ। नर- नारायण महोत्सव के समापन के अवसर पर श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति उपाध्यक्ष किशोर पंवार, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चैहान, वेदपाठी रविन्द्र भट्ट, राजेंद्र सेमवाल, विवेक थपलियाल, कर्मचारी संघ अध्यक्ष जगमोहन बत्र्वाल, संतोष तिवारी, लेखाकार भूपेंद्र रावत, संदेश मेहता, अनसुया नौटियाल अमित डिमरी, वैभव उनियाल आदि मौजूद थे।