गोपेश्वर (चमोली)। श्री बदरीनाथ धाम के कपाट के कपाट बंद होने की प्रक्रिया के चौथे दिन शनिवार पूर्वाह्न को माता लक्ष्मी मंदिर में कढ़ाई भोग लगाया गया तथा मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना पश्चात श्री बदरीनाथ गर्भगृह में विराजमान होने की प्रार्थना की गयी। रविवार रात 9 बजकर सात मिनट पर श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जायेंगे। मंदिर को भब्य रूप से फूलों से सजाया जा रहा है शनिवार को सात हजार से अधिक तीर्थयात्री अभी तक दर्शन को पहुंचे है।
पंचपूजा के चौथे दिन शनिवार की पंचपूजा में दोपहर को रावल अमरनाथ नंबूदरी तथा धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल वेदपाठी रविंद्र भट्ट, अमित बंदोलिया एवं लक्ष्मी मंदिर पुजारी सुधीर डिमरी, अरविंद डिमरी ने माता लक्ष्मी मंदिर में कढ़ाई भोग लगाया तथा पूजा अर्चना संपन्न की। माता लक्ष्मी से श्री बदरीनाथ मंदिर आने के लिए प्रार्थना की गयी। इस अवसर पर बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार, सदस्यगण सहित मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल एवं मंदिर समिति अधिकारी, डिमरी पंचायत प्रतिनिधि माता लक्ष्मी कढ़ाई भोग पूजा में शामिल हुए।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया है कि श्री बदरीनाथ धाम से बीकेटीसी कार्यालय को जोशीमठ स्थिति श्री नृसिंह मंदिर कार्यालय के लिए शीतकाल के लिए स्थांतरित कर दिया गया है। पूजा प्रभारी केदार सिंह रावत सहित मोहन प्रसाद मैखुरी, अमित पंवार, कन्हैया लाल, सहित कर्मचारी कार्यालय सामग्री के साथ जोशीमठ पहुंचे। चौथे दिन की पंचपूजा में बीकेटीसी सदस्य कृपाराम सेमवाल, भास्कर डिमरी, नंदा देवी, नगर पंचायत सुनील पुरोहित, डा. हरीश गौड़ संजय तिवारी आदि मौजूद थे।