उत्तरकाशी। ड्रोन अब कई तरह से काम आने लगा है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में ड्रोन का उपयोग कई जगहों पर शुरू किया गया है। उत्तरकाशी जिले से भी उत्तराखंड में ड्रोन के जरिए मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराने की सेवा शुरू हो गई है। ड्रोन ब्लड सैंपल लेकर उत्तरकाशी से केवल 88 मिनट में पहुंचा और ब्लड सैंपल लैब में जांच के लिए पहुंचाया।
रिपोर्ट के अनुसार रेडक्लिफ ने देहरादून से उत्तरकाशी के बीच कॉमर्शियल बीवीएलओएस ड्रोन उड़ानें शुरू की हैं। 19 मई को उत्तरकाशी-देहरादून के लिए सुदूर पहाड़ियों में अपना पहला कॉमर्शियल ड्रोन कॉरिडोर खोला। स्काई एयर के साथ मिलकर यह पहल की गई है। रेडक्लिफ ने देहरादून से उत्तरकाशी के बीच कॉमर्शियल बीवीएलओएस ड्रोन उड़ानें शुरू की हैं। 19 मई को उत्तरकाशी-देहरादून के लिए सुदूर पहाड़ियों में अपना पहला कॉमर्शियल ड्रोन कॉरिडोर खोला। स्काई एयर के साथ मिलकर यह पहल की गई है।
रेडक्लिफ लैब्स के संस्थापक धीरज जैन ने बताया कि दून से उत्तरकाशी के बीच 60 किलोमीटर की हवाई दूरी है। पांच किलो क्षमता वाला ड्रोन ज्ञानसू उत्तरकाशी से देहरादून के विवेक विहार तक सैंपल लेकर महज 88 मिनट में पहुंच गया। अब दस जून से रोजाना सैंपल कलेक्शन के लिए दो उड़ानें दून-उत्तरकाशी के बीच संचालित होंगी। यह उत्तरकाशी जाकर सैंपल लेकर दून तक आएंगी। यहां उसी दिन जांच होने के बाद रिपोर्ट भेजी जाएगी। इस शुरुआत से आने वाले दिनों में पहाड़ में ड्रोन से स्वास्थ्य सुविधाएं देने की राह आसान हो जाएगी। उन्होंने बताया कि इस दूरी को तय करने में एक बैटरी बदलने की जरूरत पड़ी है।