गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले की निजमूला घाटी के पाणा गांव में शनिवार रात्रि को आये तूफान से गांव में एक आवासीय भवन और सात गौशाला क्षतिग्रस्त हो गई हैं। वहीं गांव को सप्लाई होने वाली विद्युत लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई है। हालांकि घटना में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। ग्रामीणों ने मामले की जानकारी जिलाधिकारी के साथ ही राजस्व विभाग को देकर निरीक्षण कर राहत देने की मांग उठाई है।
पाणा ग्राम प्रधान कलावती देवी व ईराणी ग्राम प्रधान मोहन सिंह नेगी ने बताया कि शनिवार की रात्रि को अचानक करीब दो बजे तेज तूफान चलने लगा। जिससे स्थानीय निवासी गंगा सिंह पुत्र इंद्र सिंह के आवासी भवन की छत उड़ गई। वहीं गांव में हिम्मत सिंह, सबर सिंह, ज्ञान सिंह, दीप सिंह, भीम सिंह और नंदन सिंह की गौशाला की छत भी उड़ गई है। स्थानीय निवासी हिम्मत सिंह ने बताया कि तूफान करीब तीन घंटे तक चलता रहा। इस दौरान ग्रामीणों में अफरा-तफरी का माहौल रहा है। जहां तूफान से प्रभावित गंगा सिंह ने परिवार सहित अन्य ग्रामीणों के घर में शरण ली। वहीं ग्रामीणों ने गौशालाओं में बंधे मवेशियों को भी अन्य ग्रामीणों की गौशाला में शिफ्ट कर उन्हें सुरक्षित किया। साथ ही गांव में बर्फवारी के दौरान मवेशियों के लिये ग्रामीणों की ओर से एकत्रित घास भी हवा में उड़ गया है। ऐसे में ग्राम प्रधान पाणा कलावती देवी ने रविवार को राजस्व विभाग और जिलाधिकारी को सूचना देकर घटना स्थल का निरीक्षण कर ग्रामीणों को राहत देने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा गया कि यदि शीघ्र ग्रामीणों को राहत नहीं मिलती तो आने वाले दिनों में होने वाली बर्फवारी के चलते ग्रमीणों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
पाणा गांव में तूफान से नुकसान होने की सूचना प्राप्त हुई है। जिसके बाद राजस्व विभाग की टीम को नुकसान का जायजा ले कर रिपोर्ट तैयार करने लिये जिला प्रशासन की ओर से निर्देश दिये गये है। घटना की रिपोर्ट मिलने के बाद नियमों के अनुसार ग्रामीणों को राहत व मुआवजे की कार्रवाई की जाएगी।
नंद किशोर जोशी, आपदा प्रबंधन अधिकारी, चमोली।