गोपेश्वर (चमोली)। तपोवन-रैंणी आपदा को लेकर रविवार को राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा ने पर्यावरणविद् चंडी प्रसाद भट्ट से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने हिमालयी क्षेत्रों में आ रही आपदाओं के लिये चर्चा की। पर्यावरणविद् चंडी प्रसाद भट्ट ने कहा कि हिमालय क्षेत्र में परियोजनाओं के निर्माण को लेकर सरकार को नीतियों में बदलाव करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अनियोजित विकास और बेतहाशा निर्माण कार्य हिमालय क्षेत्र में भौगोलिक अस्थिरता पैदा कर रहे हैं। जिसके लिये उन्होंने भारत सरकार से वार्ता करने की बात कही। उन्होंने कहा हिमालय क्षेत्र में परिजयोंना और बड़े निर्माण कार्यों को लेकर सर्वाेच्च न्यायालय में भी वाद दाखिल किये गये हैं। जिनको लेकर तेजी से सुनवाई कर नियोजित विकास की योजनाएं बनाने से हिमलाय क्षेत्र में आ रही आपदाओं पर प्रभावी रोक लगाई जा सकती है। वहीं राज्य सभा सांसद ने भी मामले में जानकारी लेकर और तपोवन क्षेत्र की आपदा की रिपोर्ट तैयार कर उचित माध्यम से कार्रवाई करवाने की बात कही है। इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य नंदन सिंह बिष्ट, भगत बिष्ट, अनूप भंडारी, संदीप झिंक्वाण, गजेंद्र बिष्ट और तेजवीर कंडेरी आदि मौजूद थे।

 

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