जोशीमठ (चमोली)। चमोली जिले के जोशीमठ नृसिंह मंदिर में शनिववार को प्रसिद्ध तिमुंड्या कौथिग का आयोजन हुआ। इस दौरान तिमुंड्या ने अपने अवतारी पुरुष पर अवतरित होकर भक्तों को दर्शन दिए और उन्हें अपना आशीर्वाद दिया।
जोशीमठ में आदिकाल से चली आ रही धार्मिक परंपरा के तहत शनिवार को तिमुंड्या कौथिग का भव्य आयोजन किया गया, मान्यता के अनुसार प्राचीन काल में तिमुंड्या नामक दानव के प्रकोप से मानव त्रस्त हो गए थे। तब मां दुर्गा ने इस दानव को पराजित कर उसे अपना सेवक बना लिया था। यह दानव मांसाहारी था। जब इसे बिना मांस के दिक्कत होने लगी तब मां दुर्गा ने उसे वर्षभर में एक बार मांस का भोग लगवाने का वचन दिया। माता के इसी वचन का आज भी यहां के देवी भक्त निर्वहन करते आ रहे हैं। आयोजन के दौरान तिमुंड्या को चावल, गुड़, मांस और जल का भोग लगाया जाता है, नृसिंह मंदिर में विशेष पूजाएं आयोजित की गई, मां दुर्गा की भी शक्ति पूजाएं संपन्न हुई,
इसके पश्चात तिमुंड्या देवता के साथ ही मां दुर्गा का आह्वान किया गया, तिमुंड्या ने अपने अवतारी पुरुष पर अवतरित होकर नृत्य किया. इस मौके पर देव पुजाई समिति के अध्यक्ष भगवती प्रसाद नंबूरी, लैंसडाउन विधायक दिलीप सिंह, बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार, नगर पालिका अध्यक्ष शैलेंद्र पंवार, बदरीनाथ के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, अवतारी पुरुष भोला सिंह नामण, भरत सिंह बेजवाड़ी आदि मौजूद रहे। कौथिग के शुभारंभ में स्थानीय महिलाओं ने पीले वस्त्र धारण कर झुमेलो नृत्य आयोजित किया, महिलाओं का यह कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र रहा।