घाट (चमोली)। चमोली जिले के घाट विकास खंड मुख्यालय पर मंगलवार को मारिया आश्रम घाट व करूणा सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। जिसमें आजीविका के लिये पारिस्थितकीय तंत्र को कैसे मजबूत किया जा सके साथ ही किसान समूहों को आत्मनिर्भर बनाने के लिण् संस्था व विभागीय स्तर पर सरकार की ओर संचलित योजनाओं को क्रियान्वित करने की जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में बोलते हुए मारिया आश्रम के प्रबंधक फादर जीजो ने संस्था की ओर से संचालित गतिविधियों बारे में जानकारी देते हुए बताया कि संस्था विकासखण्ड घाट व कर्णप्रयाग के गांवों में बेहतर आजीविका को लेकर प्रयासरत है तथा किसान समूहों को जैविक खेती, आपदा प्रबंधन, प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित करना व किसान समूहों की आरे से उत्पादित फसलों को उचित विपणन कर रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए प्रयासरत है। खंड विकास अधिकारी रमेश चंद्र ने विभागीय योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि परंपरागत फसलों को बढ़ावा देकर किसान अपनी फसल का उचित मूल्य पा सकता है। जैविक कृषि मास्टर ट्रेनर सुखबीर रौतेला ने जैविक खेती एवम बर्मी कम्पोस्ट से भूमि की उत्पादन क्षमता को बढ़ावा देने की जानकारी देते हुए बताया कि जैविक खेती से किसान अपनी आय को बढ़ा सकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में लोग जैविक उत्पाद की ओर अधिक प्रभावित हो रहे है। प्रभारी उद्यान घाट राजकिशोर चंद्रवाल ने उद्यान विभाग से संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पहाड़ में उद्यान की अपार संभावनाएं है जिससे लोग आय अर्जित कर सकते है। उन्होंने कहा कि जिस पर प्रकार से बाजार में बाहर से आने वाली सब्जियां के दाम काफी ज्यादा होने के साथ ही उनके शुद्धता की भी कोई गांरटी नहीं होती है ऐसे में यहां का युवा यदि बाजार में ताजी व जैविक खेती से उत्पादित सब्जी व फलों को बाजार में उतारता है तो उसे उपभोक्ता हाथोहाथ लेगा। पशुपालन विभाग से पशुधन प्रसार अधिकारी पवन कुमान ने भी पशुओं के टीकाकरण व पशुबीमा की जानकारी काश्ताकारो को दी। इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग के हरीश रावत, पुलिस चैकी प्रभारी मोहन आर्य, संस्था सुपरवाइजर सिस्टर मारिया, सिस्टर सरीन, बिक्रम सिंह, आनंद सिंह, राजेन्द्र सिंह, परमजीत, परियोजना समन्वयक राकेश कुमार आदि मौजूद थे।