-मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से किया महोत्सव का उद्घाटन
-छह जिलों के 240 बाल वैज्ञानिक ले रहे हिस्सा
गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर में सोमवार को दो दिवसीय राज्य स्तरीय बाल विज्ञान महोत्सव का आगाज हुआ। जिसका उद्घाटन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल माध्यम से किया। उन्होंने कहा कि सीमांत जनपद चमोली में आयोजित इस बाल विज्ञान महोत्सव से बाल वैज्ञानिकों को सीखने का मौका मिलेगा और वे सकारात्मक वैज्ञानिक सोच के साथ आगे बढ़ेंगे।
गोपेश्वर के राजकीय इंटर कालेज में आयोजित दो दिवसीय बाल विज्ञान महोत्सव का आयोजन यूकोस्ट की ओर से किया जा रहा है। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए यूकोस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत ने कहा कि इस बाल विज्ञान महोत्सव में उत्तराखंड के सीमांत जिलों के 240 बाल वैज्ञानिक प्रतिभाग कर रहे है। दो दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में कुल पांच प्रतियोगिताओं आयोजित की जायेंगी, जिसमे पोस्टर प्रदर्शनी प्रतियोगिता, विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, कविता पाठन प्रतियोगिता (हिंदी एवं स्थानीय भाषा), कविता (अंग्रेजी भाषा) एवं नाटक, विज्ञान ड्रामा प्रतियोगिता आदि है। सभी प्रतियोगिताएं जूनियर वर्ग एवं सीनियर वर्ग के लिए अलग-अलग आयोजित होगी।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि कर्णप्रयाग के विधायक अनिल नौटियाल ने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पूर्व प्रधान मंत्री स्व. अटल विहारी बाजपई के जय विज्ञान और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जय अनुसंधान को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे है। सीमांत जिलों में इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन से बाल वैज्ञानिकों को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि कर्णप्रयाग के विधायक अनिल नौटियाल, पालिकाध्यक्ष गोपेश्वर पुष्पा पासवान, जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर विभिन्न विद्यालयों की छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति दी। इस मौके पर चमोली जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह रावत, सीएम के निजी सलाहकार दलवीर सिंह दानू, मुख्य शिक्षा अधिकारी कुलदीप गैरोला, प्रधानाचार्य केवी सिंह, जिला समन्वयक आरपी थपलियाल, कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. आशुतोष मिश्रा, जितेंद्र कुमार, डीएस रौतेला, डीएस कंडेरी, अनूप खंडूरी, आरपी सती आदि मौजूद थे।
बाल विज्ञान महोत्सव में विभिन्न विभागों के साथ ही स्वयं सेवी संस्थाओं और स्वयं सहायता समूहों की ओर से प्रदर्शनी भी लगायी गई है। जिससे सरकार की विकास योजनाओं के साथ ही स्थानीय उत्पादों को भी प्रदर्शित किया गया है।