देवाल (चमोली)। चमोली जिले के देवाल विकास खंड के पूर्वी पिंडर रेंज के आरक्षित वन क्षेत्र में स्थानीय ग्रामीणों को कथित अवैध कब्जे के नाम पर वन विभाग की ओर से ग्रामीणों को हटाये जाने के नोटिस दिए जाने के विरोध में मंगलवार को उत्तराखंड क्रांति दल की ओर से एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी थराली को सौंपते हुए सकारात्मक कार्रवाई किये जाने की मांग की है।
उक्रांद के अध्यक्ष आशुतोष नेगी और केंद्रीय मंत्री प्रकाश भट्ट का कहना है कि उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में निवासरत ग्रामीणों का जीवन कठिन परिस्थितियों में गुजरता है और वह अपनी आजीविका के लिए परंपरागत रूप से इन क्षेत्रों पर निर्भर हैं, ऐसे में बिना किसी ठोस आधार के उन्हें कब्जाधारी घोषित कर उनके खिलाफ कार्रवाई करना न केवल उनके संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि यह राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों को भी दर्शाता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल इस प्रकार की दमनकारी कार्रवाई का विरोध करता है और मांग करता है कि पहले ग्रामीणों को भेजे गए सभी नोटिस तत्काल प्रभाव से वापस लिए जाएं तथा वन विभाग और प्रशासन स्थानीय निवासियों के अधिकारों का सम्मान करें और उनके पुनर्वास या आजीविका के वैकल्पिक साधनों पर उचित विचार करें। इस मामले में किसी भी प्रकार की जबरन कार्रवाई से पहले ग्रामीण और जनप्रतिनिधियों से संवाद किया जाए। यदि प्रशासन की ओर से इस विषय पर उचित कदम नहीं उठाए जाते हैं, तो उत्तराखंड क्रांति दल मजबूर होकर जन आंदोलन खड़ा करेगा और ग्रामीणों के हक की लड़ाई को निर्णायक रूप से आगे बढ़ाएगी। इस अवसर पर आशुतोष नेगी, आशीष नेगी, भूपाल सिंह गुसाई, प्रकाश भट्ट आदि मौजूद थे।