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गोपेश्वर (चमोली)।  चमोली जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी रविवार को पर्यटकों का दीदार करने के लिए खुल गई है। विश्व धरोहर फूलों की घाटी देश-विदेशी पर्यटकों के दीदार के लिए खुल गई है। इस दौरान वन विभाग की टीम की ओर से सैलानियों का फूलों की घाटी के मुख्य द्वार पर स्वागत किया गया। पहले दिन 62 सैलानियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया। जैव विधितता से भरी फूलों की घाटी ब्रिटिश पर्वतारोही और वनस्पति  विज्ञानी फ्रेंक स्मित ने खोजी थी। प्रकृति प्रेमियों को हिमालयी फ्योरा, फ्योना से लेकर प्र्राकृतिक नजारों का दीदार नजदीक से होता है। यहां उगने वाली दुलर्भ जडी बूटियां लोगों के आकर्षण का केंद्र बनती है। वन क्षेत्राधिकारी चेतना कांडपाल की अगुवाई में घाटी  को ग्रीष्मकाल के लिए प्रकृति प्रेमियों के दीदार के लिए खोल दिया गया। विश्व धरोहर फूलों की घाटी आने वाले पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क परमिट चार्जिंग पार्क प्रशासन द्वारा आफलाइन व आनलाइन कर दिया गया है। पर्यटक वैली आफ फलावर नेशलन पार्क की आफिसियल वेबसाइड जाकर भ्रमण करने का आनलाइन परमिट हासिल कर सकते है। भारतीय पर्यटकों के  लिए दो सौ तथा विदेशी पर्यटकों के लिए आठ सौ रूपया प्रति पर्यटक शुल्क निर्धारित किया गया है।

वन क्षेत्राधिकारी चेतना कांडपाल के नेतृत्व में घाटी के प्रवेश द्वार पर द्वार पूजा कर घाटी को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया। उन्होंने बताया कि वन्य जीव प्राणियों समेत पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर पार्क प्रशासन पूरी तरह तैयार है। उन्होंने फूलों की घाटी आने वाले पर्यटकों से घाटी की प्राकृतिक सुंदरता और वन्य जीवों तथा प्रकृति के साथ छेड़छाड़ न करने की अपील की। रविवार को पहले दिन 49 पर्यटकों ने घाटी का दीदार किया।

बताते चले कि विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी में तीन सौ से अधिक फूल खिलते हैं इस घाटी का दीदार करने के लिए हजारों की संख्या में जून से लेकर अक्टूबर तक सैलानी पहुंचते हैं।

 

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