गोपेश्वर (चमोली)। एनीडेस्क एप्प डाउनलोड करवाकर चमोली जिले के एक युवक के खाते से एक लाख पचास हजार रूपये की धोखाधडी करने वाले अंतरराज्यीय साइबर ठग को चमोली पुलिस ने मध्य प्रदेश से गिरफ्ता किया है।
चमोली जिले के लामबगड़ में जेपी कंपनी में कार्यरत सुभाष चंद्र नौटियाल ने गोविंदघाट थाने में एक रिपोर्ट 11 नवम्बर 2021 को दर्ज करवायी कि एसबीआई में उसका खाता है। वह एसबीआई के योनो ऐप की जानकारी के लिए कस्टमर केयर का नम्बर गूगल पर सर्च कर रहा था तो उसकी एक फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी से बात हुई जिसने उसे एनी डेस्क डाउन लोड करने को कहा गया। जिसके बाद उसने एनी डेस्क डाउन लोड करने के कुछ समय बाद ही उसके खाते से डेढ लाख रुपये की धोखाधडी कर ली गई।
शिकायत के आधार पर थाना गोविन्दघाट में मामला पंजीकृत कर लिया गया। प्रकरण में अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक चमोली श्वेता चैबे ने पुलिस टीम गठित कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गये। टैक्निकल टीम के प्रयास के बाद पता चला कि जिस खाते को धोखाधडी के लिए प्रयुक्त किया गया वह मध्य प्रदेश के मंडला जिले का है। अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए गठित पुलिस टीम को मण्डला मध्यप्रदेश रवाना किया गया। इस खाताधारक राजकुमार निवासी- घुरनेर, जिला-मण्डला मध्यप्रदेश को थाना मण्डला बुलाया गया। जहां अभियुक्त राजकुमार से पूछताछ में उसने बताया कि बैंक खाता उसी का है और वह भोले भाले लोगों को अपने झांसे में लेकर ठगी कर जो पैसे कमाता था उससे उसे कमीशन मिलता है। खाते में जो मोबाइल नम्बर दर्ज है वह उसके दोस्त फिरोज अंसारी का है जो झारखंड का रहने वाला है। स्थानीय न्यायालय से ट्रांजिट रिमाण्ड प्राप्त कर उत्तराखण्ड़ लाया गया। पुलिस अधीक्षक कार्यालय ने बताया कि अभियुक्त राजकुमार से पूछताछ में यह तथ्य प्रकाश में आया है कि योनो ऐप की जानकारी लेने हेतु संतोष चन्द ने जब कस्टमर केयर नंबर सर्च किया गया तो कस्टमर केयर अधिकारी की जगह अभियुक्त ने गूगल पर अपना नम्बर डाला था। जिसके बाद अभियुक्त के कहने पर सन्तोष चन्द ने उन्हें कस्टमर केयर अधिकारी समझ के एनी डेस्क एप डाउनलोड किया और अपना पासवर्ड साझा किया।