गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के जोशीमठ ब्लॉक के सीमांत गांव तोलमा गांव सड़क सुविधा से जोड़ने के लिए 15 वर्ष पूर्व स्वीकृत सड़क का वर्तमान समय तक निर्माण कार्य पूरा न होने के कारण ग्रामीणों को गांव तक पहुंचने के लिए चार किलोमीटर की दूरी नापनी पड़ रही है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार लोनिवि, जिला प्रशासन के साथ ही जन प्रतिनिधियों से सड़क निर्माण की मांग की गई। लेकिन वर्तमान तक स्थिति जस की तस बनी हुई है।
बता दें कि भारत-तिब्बत सीमा क्षेत्र में स्थित तोलमा गांव को सड़क सुविधा से जोडने के लिये शासन की ओर से वर्ष 2005 में सड़क निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई थी। सड़क निर्माण का जिम्मा लोनिवि गोपेश्वर को सौंपा गया था। लेकिन विभाग की ओर से यहां तीन सौ मीटर सड़क निर्माण के बाद निर्माण कार्य बंद कर दिया गया है। ऐसे में वर्तमान तक यहं ग्रामीण अपने गांव तक आवाजाही करने के लिये चार किलोमीटर की दूरी नापने को मजबूर हैं। ऐसे में सीमांत गांवों को सुविधा सम्पन्न करने के सरकारी दावों का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। जिला प्रधान संघ के महामंत्री पुष्कर सिंह राणा, मोहन सिंह बुटोला, मुकेश पंवार, गोविंद सिंह रावत, दिनेश बुटोला और देवेंद्र बुटोला का कहना है कि कई बार सड़क निर्माण कार्य की मांग को लेकर लोनिवि, जिला प्रशासन और क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों से गुहार लगाई गई। लेकिन वर्तमान तक सड़क निर्माण कार्य शुरु नहीं हो सका है।
सुराईथोटा-तोलमा सड़क पर पूर्व में अनुबंधित ठेकेदारों को अर्थदंड से दंडित कर फोरफिट कर दिया गया है। सड़क निर्माण के लिये पुनः टैंडर आमंत्रित करने की प्रक्रिया शुरु की जा रही है। जल्द ही टैंडर आमंत्रित कर सड़क का निर्माण कार्य शुरु करवाया जाएगा।
रविन्द्र कुमार, अधिशासी अभियंता, लोनिवि, गोपेश्वर-चमोली।