गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के देवाल विकास खंड के अंबेडकर ग्राम कोटेडा को सड़क मार्ग से जोड़ने की मांग को लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों के साथ ही भारत संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच ने जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना दिया तथा एक ज्ञापन भी सौंपा।
गौरतलब है कि अंबेडकर ग्राम पंचायत कोटेडा को शोभन राम बैंड से तीन किलोमीटर सड़क स्वीकृत की गई है लेकिन सड़क को समरेखण बदले जाने को लेकर ग्रामीणों की ओर से बीते एक साल से आंदोलन किया जा रहा है लेकिन अभी तक सड़क निर्माण को लेकर कोई कार्रवाई अमल में नहीं लायी जा रही है। ग्रामीणों की मांग है कि सड़क का निर्माण शोभन राम बैंड से किया जाए जबकि क्षेत्र के अन्य लोग इसे अन्यत्र से ले जाने की मांग कर रहे है। ऐसे में कोटेडा के ग्रामीणों का कहना है कि यदि सड़क को अन्यत्र से ले जाया जाता है तो कोटेडा के ग्रामीणों को इसका लाभ नहीं मिल पायेगा। जिसको लेकर ग्रामीण लंबे समय से संघर्ष करते आ रहे हैं
सोमवार को ग्रामीणों के समर्थन में भारत संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच और कोटेडा सड़क संघर्ष समिति के लोगों ने जिला मुख्यालय गोपेश्वर पहुंचकर जिलाधिकारी के कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। संघर्ष समिति के अध्यक्ष जगदीश कुमार का कहना है कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और कतिपय लोग अंबेडकर गांव कोटेडा को सड़क से जोड़ना नहीं चाहते जिसके कारण ही सड़क निर्माण में विलंब हो रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी मांग है कि सड़क का निर्माण शोभन राम बैंड से किया जाए ताकि ग्रामीणों को इसका लाभ मिल सके।
भारत संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के राष्ट्रीय संयोजक दौलत कुंवर का कहना है कि अंबेडकर ग्राम कोटेडा के ग्रामीणों की मांग पर संड़क का निर्माण वहीं से किया जाना चाहिए जहां से अधिक से अधिक आबादी सड़क से लाभान्वित हो सके। उन्होंने इस मौके पर तीन अगस्त को टीएचडीसी में कार्यरत 22 वर्षीय धीरज के अपने वाहन सहित लापता होने की शिकायत का संज्ञान न लिये जाने पर भी रोष व्यक्त किया, वहीं अंबेडकर छात्रावास गोपेश्वर की समस्याओं के समाधान की भी मांग की। उन्होंने कहा कि यदि इन सभी समस्याओं का समाधान नहीं किया जाता है तो 24 अक्टूबर से देहरादून में अनिश्चित कालीन धरना शुरू किया जाएगा। इस मौके पर दौलत कुंवर, गणेश कुमार, पंकज कुमार, गोविंद राम, जगदीश कुमार, पुष्कर बेंछवाल, खेमराम कोठियाल, शिवलाल आर्य, माखन लाल पलेठा, दर्शन लाल, जगदीश, राजुली देवी, धनापा देवी, दीपा देवी, राधा देवी, कमलेश कुमारी आदि मौजूद थे।