थराली (चमोली)। चमोली जिले के थराली-कर्णप्रयाग हाईवे पर सीमा सड़क संगठन की ओर से किया जा रहा निर्माण कार्य स्थानीय लोगों के लिये जी का जंजाल बन गया है। यहां बीआरओ की ओर से निर्माण क्षेत्र में पानी का छिड़काव नहीं किया जा रहा है। जिससे आसपास रहने वाले लोगों के घर धूल से पट गये हैं। वहीं बीआरओ की ओर से हिल कटिंग के बार हिल साइड क्षेत्र में सुरक्षा कार्य न किये जाने से ग्रामीणों की नाप भूमि भी क्षतिग्रस्त होने लगी है। ग्रामीणों ने मामले में तहसील प्रशासन से कार्रवाई की मांग उठाई गई है।
थराली ब्लॉक मुख्यालय के सिमलसैंण निवासी हरीश चंदोला, लक्ष्मी प्रसाद, नवीन चंदोला, मुकेश, लक्ष्मण नेगी, सुरेश चंदोला, दयाकृष्ण चंदोला और संदीप रावत का कहना है कि पुल निर्माण के लिये बीआरओ की ओर से की गई खुदाई और वैकल्पिक पुल की डामरीकरण विहीन एप्रोच पर वाहनों की आवाजाही और हवा चलने पर बड़ी मात्रा में धूल ग्रामीणों के आवासीय भवनों में घुस रही है। जिससे जहां ग्रामीणों के बीमार होने का खतरा बना हुआ है। वहीं घरों में रखा सामान भी खराब होने लगा है। ग्रामीणों ने कहा कि निर्माणदायी संस्था से पानी के छिड़काव की मांग की गई लेकिन वर्तमान तक स्थिति जस की तस बनी हुई है। वहीं सड़क निर्माण के लिये बीआरओ की ओर की गई हिल कटिंग के बाद हिल साइड पुस्तों का निर्माण नहीं किया गया है। जिससे अब धीरे-धीरे यहां ग्रामीणों की काश्तकारी भूमि क्षतिग्रस्त हो रहे हैं।
थराली के सिमलसैंण में पुल का निर्माण कर रही संस्था को नियमित पानी के छिड़काव के निर्देश दिये गये है। यदि संस्था की ओर से मामले में अमल नहीं किया जाता तो बीआरओ के उच्चाधिकारियों से वार्ता कर समस्या का निस्तारण किया जाएगा।
सुधीर कुमार, उपजिलाधिकारी, थराली।