बागेश्वर। नेहरू युवा केन्द्र बागेश्वर की ओर से मंगलवार को जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार की ओर से चलाये जा रहे कैच द रैन (जब भी बरसे जहां भी बरसे) कार्यक्रम के जन जागरूकता पर वर्चुवल कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में नेहरू युवा केन्द्र संगठन उत्तराखण्ड देहरादून के राज्य निदेशक उमेश साहनी ने कार्यक्रम का शुभारम्भ किया तथा उन्होने जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार की ओर से बनायी गयी नीतियो के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार की ओर से तैयार की गई पीपीटी के माध्यम से भी समझाया गया साथ ही जल संचय, जल संरक्षण के बारे में अपने-अपने विचारों से उपाय, सुझाव रखे गये। डाॅ योगेश धस्माना ने बताया कि जल संचयन के लिए पौराणिक तौर तरीकों से धारा, नौलों, चाल-खाल को संरक्षित किया जाना चाहिए। जन शिक्षण संस्थान निदेशक डाॅ. जितेन्द्र तिवारी ने कहा कि दिन-प्रतिदिन घटता जल स्तर पर चिन्तीय विषय है। जिस पर सभी को सोचना चाहिए। रेडक्रास के सचिव आलोक पाण्डे ने शहर/कस्बों में पुराने धारा-नौलों को पुर्नजीवित किया जाना चाहिए तथा बहता पानी को भी संरक्षित किया जाना चाहिए। अजय औली ने कहा कि हमें जितना जल की आवश्यकता दैनिक जीवन में होती है उतना ही उपयोग में लाना चाहिए शेष जल का संचयन करना चाहिए तथा इसे सभी को अपने निजी जीवन मे प्रयोग करना चाहिए। एचओ0डी डायट कैलाश प्रकाश चंदोला ने कहा कि कैच द रैन कार्यक्रम को सभी युवाओं, स्वयं सेवियों को अपने-अपने क्षेत्रों में इसका व्यापक जागरूकता करनी चाहिए। कार्यक्रम का संचालन जिला युवा अधिकारी ध्रुव डोगरा ने किया।