चोपता (रूद्रप्रयाग)। तुंगनाथ घाटी के दुगलबिट्टा में कुछ लोगों द्वारा सेंचुरी एरिया की मखमली बुग्याल में चैपहिया वाहन चलाया जा रहा है। जबकि यहां बनाये गए हट्स मालिकों की ओर से लोगों को यहां ड्राइविंग का न्यौता भी दिया जा रहा है। एक ओर तो वन विभाग की ओर से यहां अतिक्रमण को लेकर स्थानीय लोगों को खदेड़ा जाता रहा है, जबकि बाहरी लोगों पर यहां कोई लगाम नहीं लगाई जा रही है।

इन दिनों एक ओर तो सरकार की ओर से कोरोना महामारी से बचाव को चारधाम यात्रा पर प्रतिबंध लगाया गया है। वहीं बुग्याली क्षेत्रों को शरारती तत्वों की ओर से रौंदने का कार्य किया जा रहा है। जिससे कहीं न कहीं सेंचुरी एरिया की धज्जियां उड़ाने का कार्य किया जा रहा है। यहां सोशल मीडिया पर हाई हिल एंड पीस नाम की आईडी से चैपहिया वाहन से ड्राइविंग करने का न्यौता दिया जा रहा है। जिसके चलते बुग्यालों को खत्म करने का कार्य किया जा रहा हैं। वन विभाग द्वारा पूंजीपतियों को बुग्यालों में मनमानी करने का पूरा मौका दिया जा रहा है। जिसके चलते बाहरी लोग उत्तराखण्ड की इन सुरम्य बुग्यालों में मनमानी करने का कार्य करते हैं। तुंगनाथ, चोपता, दुगलबिट्टा सहित अन्य हरीभरी बुग्यालों में स्थानीय लोगों द्वारा अपने रोजगार के लिए यहां कच्चा निर्माण करते हैं तो वन विभाग यहां आकर लोगों को अपराधियों की तरह खदेड़ती है। जबकि बाहरी पूंजीपतियों को वन विभाग द्वारा कुछ नहीं कहा जाता है। जिसके चलते बाहरी उत्तराखण्ड की बुग्यालों पर अपना आधिपत्य समझकर उसे रौंदने का कार्य करते हैं। अधिकारियों से शिकायत करने पर वे भी ठोस कार्यवाही नहीं करते हैं। जिसके नतीजे के कारण आज पहाड़ों में यह स्थितियां आ रही हैं।

यह पूरा प्रकरण वन प्रभाग केदारनाथ व रुद्रप्रयाग के संज्ञान है। इसमें कुछ लोकल लोगों के संलिप्त होने की बात भी सामने आ रही है। मामले की जांच की जाएगी। जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। साथ ही सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वैभव कुमार, डीएफओ, रुद्रप्रयाग।

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