गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के आपदा प्रभावित जोशीमठ के पुनर्वास पुनर्निर्माण और मुआवजा आदि के विभिन्न सवालों पर जोशीमठ बचाओ संघर्ष समीति का प्रतिनिधि मण्डल 25 सितम्बर को मिलेगा आपदा प्रबंधन सचिव मुलाकात करेंगा।

जानकारी देते हुए संघर्ष समिति के संरक्षक अतुल सती ने बताया कि जोशीमठ बचाओ संघर्ष समीति का एक प्रतिनिधि मण्डल देहरादून में आपदा प्रबंधन सचिव से मुलाकात कर, जोशीमठ आपदा से संबंधित उन सभी मुद्दों के शीघ्र हल के लिए वार्ता करेगा जिन पर ,अप्रैल 2023 में मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के साथ आन्दोलन के तहत सहमति बनी थी। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी लगातार संघर्ष समिति विभिन्न माध्यमों से वार्ता आदि के जरिए, विभिन्न मंचों से जोशीमठ के सवालों को लगातार उठाती रही है। किन्तु अफसोस कि सरकार ने लगातार अभी तक इन सभी की उपेक्षा की है और पिछले डेढ़ साल में कोई कार्य इस पर नहीं हुआ है।

उन्होंने बताया कि हालिया बरसात के बाद जोशोमठ के नीचे नदी कटाव और नए भूस्खलन के पुनः सक्रीय होने से खतरा गम्भीर हुआ है। इसके अलावा नगर के विभिन्न क्षेत्रों में चट्टानों के खिसकने से कई क्षेत्रों में खतरा बढ़ा है, सड़कों पर लगातार नए धंसाव के फलस्वरूप बड़े गड्ढे बन रहे हैं,जो भीतरी भूमि में कैविटी बनने का संकेत हैं और भविष्य के लिए ख़तरनाक हैं। इन स्थितियों और सरकार की उपेक्षा नक्कारेपन के चलते जनता में आक्रोश पनप रहा है। उन्होंने कहा कि जोशीमठ की आपदा की लड़ाई और जनता को न्याय दिलाने के संघर्ष को लेकर एक मुकाम तक पहुंचाने में संघर्ष समीति की बड़ी भूमिका रही है। जोशीमठ के सुरक्षित भविष्य और जनता को सम्पूर्ण न्याय के लिए आगे भी संघर्ष की अपनी ज़िम्मेदारी के तहत जोशीमठ बचाओ संघर्ष समीति लगातार संघर्षरत है। यदि सरकार से वार्ता में कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकलता तो संघर्ष समीति एक बार पुनः लम्बे आन्दोलन को संगठित करेगी।

 

 

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