देहरादून। देहरादून के नशा मुक्ति केद्रों में कई तरह के मामले सामने आते रहते हैं। कभी लड़कियों के साथ दुष्कम, कभी मारपीट और कभी नशामुक्ति केंद्रों से वहां भर्ती लोगों के फरार होने की खबरें सामने आती रहती हैं। इतना ही नहीं, पिछले साल भी मौत के दो मामले सामने आए थे। अब एक और मौत का मामला सामने आया है। युवक को नशामुक्ति केंद्र में उसकी आदत सुधारने के लिए भर्ती कराया था, लेकिन वहां उसकी मौत हो गई।
नशा मुक्ति केंद्र में युवक की मौत के मामले में राजपुर थाना पुलिस ने सहस्रधारा रोड गुजराड़ा स्थित न्यू फ्यूचर सोसाइटी के खिलाफ लापरवाही का मुकदमा दर्ज किया है। शिकायतकर्ता पंकज कुमार निवासी नई बस्ती नालापानी ने बताया कि उन्होंने अनुज कुमार को एक सप्ताह पहले नशामुक्ति केंद्र में भर्ती कराया था। भर्ती करवाने के बाद प्रबंधन ने कहा था कि वह अनुज से 40 दिन तक कोई संपर्क नहीं कर सकते।
नशामुक्ति केंद्र में युवक की मौत के बाद कोरोनेशन अस्पताल में हंगामा करने, डाक्टरों से मारपीट, सरकारी काम में बाधा डालने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर डालनवाला कोतवाली पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। डालनवाला कोतवाली के इंस्पेक्टर एनके भट्ट ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से आरोपितों की पहचान की जाएगी।
पुलिस को दी तहरीर में कोरोनेशन अस्पताल के कार्यवाहक अधीक्षक रमेश चंद्र पंवार ने बताया कि गुरुवार रात को कुछ व्यक्ति अनुज नामक युवक को आपातकालीन स्थिति में अस्पताल में लाये। जिसे तत्काल फोर्टिज अस्पताल रेफर किया गया। वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजन दोबारा मृतक को आपातकालीन सेवा में लाए, जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि मृतक का पोस्टमार्टम कराया जाना है, क्योंकि मृत्यु के कारणों का पता पोस्टमार्टम के बाद ही पता लग सकेगा। इसके बाद शव स्वजन को दिया जाएगा। यह सुनकर मृतक के परिजन आक्रोशित हो गए और चिकित्सक डॉ. गोरांग जोशी, फार्मासिस्ट श्याम लाल बिजल्वाण, वार्ड ब्वाय सुधीर बेलवाल व लखपत सिंह सहित पीआरडी जवान के साथ मारपीट, गाली गलौच और जान से मारने की धमकी देते हुए तोडफ़ोड़ शुरू कर दी।