पीपलकोटी (चमोली)। सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही चमोली में काश्तकारों के लिये आफत का सबब बनी हुई है। जिले के गुनियाला गांव की कुलसारी तोक में अगस्त माह से क्षतिग्रस्त सिंचाई नहर का सुधारीकरण न होने के चलते अब काश्तकारों के सम्मुख अपने सब्जी के खेतों में सिंचाई का संकट खड़ा  हो गया है। जिससे काश्तकारों के सम्मुख सब्जी की फसल खराब होने का संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में सरकार की ओर से काश्तकारों की आय बढाने के लिये चलाई जा रही योजनाओं के प्रति विभागीय अधिकारियों की संवेदनशीलता आ सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

सामाजिक कार्यकर्ता कुलदीप नेगी, वंसी प्रसाद, मनोज सिंह, नरेंद्र सिंह और प्रकाश का कहना है कि गांव के कुलसारी तोक में ग्रामीणों की ओर से बड़े पैमाने पर सब्जी की खेती की जाती है। जिसके लिये सिंचाई विभाग की ओर से यहां सिंचाई नहर कर निर्माण किया गया है। लेकिन बीती अगस्त माह में बरसात के दौरान सिंचाई नहर कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिसका सिंचाई विभाग की ओर से वर्तमान तक सुधारीकरण नहीं किया गया है। जिससे अब इन दिनों काश्तकारों की ओर से यहां बोई गई सब्जी की सिंचाई का संकट खड़ा हो गया है। कहा कि यदि समय से यहां सिंचांई की व्यवस्था नहीं की जाती तो काश्तकारों को लागत वसूल करना भी मुश्किल हो जाएगा। कहा कि कई बार विभागीय अधिकारियों से वार्ता के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। काश्तकारों ने जिला प्रशासन से मामले में हस्तक्षेप कर सिंचाई नहर के सुधारीकरण की मांग उठाई है।

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