गोपेश्वर (चमोली)। उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ जनपद चमोली ने सीआरसी, बीआरसी के पदों पर चल रही प्रक्रिया में सिर्फ प्रवक्ताओं को लिये जाने का विरोध करते हुए शिक्षा विभाग से मांग की है कि पूर्व की भांति प्राथमिक शिक्षकों को भी इसमें तैनाती दी जाए।
संगठन के जिला अध्यक्ष दिगंबर सिंह नेगी, जिला मंत्री मुकेश नेगी और जिला कोषाध्यक्ष महिपाल सिंह चैहान ने स्पष्ट रूप से कहा कि पूर्व में भी इन पदों पर प्राथमिक शिक्षकों को अर्ह माना जाता रहा है क्योंकि समग्र शिक्षा अभियान कक्षा एक से कक्षा 12 का संचालित होता है लिहाजा सीआरसी, बीआरसी के पदों पर प्राथमिक शिक्षकों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जा सकती। प्राथमिक शिक्षा में योग्य अध्यापकों की कमी नहीं है बावजूद इसके सिर्फ प्रवक्ताओं को पात्र माना जाना प्राथमिक शिक्षकों के साथ कुठाराघात है जिसका संघ पुरजोर विरोध करता है। यदि तत्काल प्राथमिक शिक्षकों को इन नियुक्तियों में सम्मिलित नहीं किया जाता है तो प्राथमिक शिक्षक सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करने के लिए विवश होना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के समय से 24 दिसंबर 1997 का स्पष्ट शासनादेश है जिसमें प्राथमिक संवर्ग के शिक्षकों के चार पद जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में सृजित थे लेकिन आज वहां भी सिफरिसी शिक्षकों का जमावड़ा लगा है जिससे शिक्षा की गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही है। प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि सीआरसी, बीआरसी के पदों पर प्राथमिक संवर्ग के शिक्षकों को नहीं सम्मिलित किया गया साथ ही डाइट में पूर्व की भांति चार पदों पर योग्य प्राथमिक शिक्षकों को नियुक्त नहीं किया गया तो प्राथमिक शिक्षक संघ सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन तथा सड़कों पर उतरने का कार्य करेंगे इसका संपूर्ण उत्तरदायित्व राज्य सरकार का होगा बुनियादी शिक्षकों की इस प्रकार से अनदेखी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।