जोशीमठ(चमोली)। चमोली जिले के जोशीमठ विकास खंड के उर्गम घाटी के वन पंचायत बड़ागांव के लिए पांच वर्षों की सूक्ष्म नियोजन योजना के अंतर्गत ग्रामीणों ने एक करोड़ से भी अधिक की योजना का अनुमोदन किया गया।
आने वाले पांच वर्षों में गांव में क्षमता विकास, पर्यावरणीय पहलुओं के अध्ययन एवं विश्लेषण आजीविका उत्पादन के साधनों को विकसित करना, वन पंचायत के कार्यालय एवं रखरखाव के अलावा हरियाली विकसित करने के लिए कार्य योजना पर चर्चा की गई, जिसमें बटिया निर्माण, धारा सौंदर्यीकरण के साथ ही अन्य योजनाओं के लिए एक करोड़ बीस हजार रुपए के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। बैठक में नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क जोशीमठ की रेंज अधिकारी चेतन कांडपाल ने कहा कि ग्रामीण सहभागिता से ही योजनाएं सफल होगी सभी लोगों को मिलकर इस प्रयास को आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से भी वन पंचायतों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। वन पंचायतों की वार्षिक कार्य योजना भी तैयार की जाएगी। विशेषज्ञ संस्था के प्रतिनिधि जनदेश के सचिव लक्ष्मण सिंह नेगी कहा कि हमारा उद्देश्य एक सही और सहभागी कार्य योजना तैयार करना है। स्वरोजगार एवं पर्यावरण पहलुओं को देखते हुए योजना में ऐसी प्रावधान किए गए हैं कि जिससे जंगलों पर दबाव कम हो और पर्यावरण संतुलित रहे। वन पंचायतों में हरियाली लौट कर आए यह परिकल्पना हम लोगों ने की है। वैकल्पिक ऊर्जा के स्रोतों को लोग स्वरोजगार में बदल सकते हैं उस पर भी लोगों को विचार करना चाहिए और ऐसी कार्य योजनाओं पर ध्यान देने देने की आवश्यकता है। बैठक में वन पंचायत सचिव केदार दत्त, कुशल कम्दी, सुनील रावत, हेमंत राणा, दीपा देवी, जवाहर सिंह, सौरभ चैहान, अनुज, कपिल आदि मौजूद थे।