कोटद्वार । उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक रितु खंडूडी भूषण ने रविवार को कोटद्वार में नींबूचौड़ के क्षतिग्रस्त हुए सुखरो पुल का अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण किया । इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों को जल्द से जल्द सुखरो पुल को दुरस्त किए जाने के निर्देश दिए ।
ज्ञात है कि विगत दिनों भारी बारिश से उफनाई सुखरो नदी में बने 385 मीटर स्पान के नींबूचौड़ मोटर पुल का एक पिलर धंस गया। पिलर धंसते ही पुल भी दो इंच नीचे हो गया। जिस कारण पुल पर आवाजाही रोक दी गई है। जिससे कोटद्वार भाबर क्षेत्र का कोटद्वार बाजार से संपर्क टूट चुका है ।भाबर के गांवों के साथ ही लालढांग और हरिद्वार की ओर चलने वाले वाहन पुल के ठीक होने तक कौड़िया-बीईएल पुल होते हुए मोटाढांक से आवाजाही कर रहे हैं। बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष ने पुल के धंसने की खबर का संज्ञान लेते ही दूरभाष पर अधिकारियों को इसे दुरुस्त करने के निर्देश दे दिए थे । विधानसभा अध्यक्ष ने रविवार को कोटद्वार में पहुंचते ही सर्वप्रथम पुल का स्थलीय निरीक्षण किया ।
विधानसभा अध्यक्ष ने पुल में पड़ी दरार के साथ साथ पुल के धसे पिलर का मुआयना किया । विधानसभा अध्यक्ष ने पुल को दुरुस्त करने के लिए लोक निर्माण विभाग से अभी तक की गई कार्रवाई की जानकारी ली । लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता डीपी सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष को बताया कि पिलर के नीचे हुए कटाव से पुल करीब दो इंच धंस गया है। सूचना मिलते ही लोनिवि ने नदी के पानी को डायवर्ट कर पुल के पिलर की मरम्मत शुरू कर दी है। एक्सपर्ट व टेक्निकल टीम ने पुल की जांच कर दी है । बताया कि पुल की प्रारंभिक मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया है ।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि नोएडा से पहुंचे एक्सपर्ट टीम ने पुल की जांच के बाद धंसे भाग को लिफ्ट करने की योजना बनाई है जिसके तहत लिफ्ट कर पुल को दुरुस्त किया जाएगा । विधानसभा अध्यक्ष ने इस दौरान उप जिलाधिकारी से पुल के प्रोटेक्शन की बात कही । उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि शीघ्र से शीघ्र पुल के मरमत्तीकरण का कार्य प्रारंभ कर पुल पर आवाजाही प्रारंभ की जाए । उन्होंने कहा कि 1 महीने के अंतर्गत पुल पर छोटी बड़ी गाड़ियों का आवागमन शुरू होगा जिससे लोगों को हो रही परेशानियों से निजात मिलेगी । इस अवसर पर उप जिलाधिकारी प्रमोद कुमार, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता डीपी सिंह, सहायक अभियंता अर्चना, सहायक अभियंता अजीत सिंह सहित वन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे ।
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