एनटीपीसी व ऋषिगंगा पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी करने के लिए हो प्राथमिकी दर्ज
गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिला कांग्रेस की ओर से बुधवार को पूर्व काबीना मंत्री राजेंद्र भंडारी के नेतृत्व में तपोवन-रैणी के आपदा पीड़ित के परिजनों को 50-50 लाख रुपये का मुआवजा दिये जाने की मांग को लेकर एक जिलाधिकारी चमोली को सौंपा है।
जिलाधिकारी को दिये गये ज्ञापन के बारे में जानकारी देते हुए पूर्व काबीना मंत्री ने बताया कि बीते सात फरवरी को हिमस्खलन के कारण तपोवन-रैणी में आयी आपदा में 204 लोगों के लापता होने की सूचना है। जिसमें से 70 के आसपास लोगों के शव बरामद हो गये है। अभी भी कई लोग लापता है अथवा मलवे में दबे हुए जिनके निकालने के लिए शासन प्रशासन की ओर से रेस्क्यू अभियान तो चलाया जा रहा है लेकिन जिस तेजी साथ कार्य किया जाना चाहिए था अभी तक नहीं किया जा रहा है। साथ ही अभी तक ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट की ओर से पीड़ितों के मुआवजा दिये जाने की कोई घोषणा नहीं की गई है जो कि सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी प्रशासन से मांग करती है कि लापता लोगों के खोजबीन के लिए कार्य तेजी से किया जाए, मलवे में दबे शवों को खोजने के लिए अतिरिक्त मशीनों को लगाया जाए, आपदा में मारे गये लोगों को कम से कम 50 लाख रूपये का मुआवजा व प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को रोजगार दिया जाए। साथ ही सुरक्षा मामलों में अनदेखी किये जाने के लिए एनटीपीसी व ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट पर प्राथमिकी दर्ज की जाए के साथ ही अन्य मांगों को लेकर ज्ञापन दिया गया है। ज्ञापन देने वालों में अरविंद नेगी, प्रमोद बिष्ट, संदीप भंडारी, तेजवीर कंडेरी, देवी जोशी आदि शामिल थे।