गोपेश्वर (चमोली)। सीटू की ओर से 11 जनवरी नागेंद्र सकलानी शहादत दिवस से लेकर 23 जनवरी सुभाष चंद्र बोस की जंयती तक दस सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश भर के साथ ही चमोली जिले में चलाये गये हस्ताक्षर अभियान के साथ मांग पत्र को जिलाधिकारी चमोली के माध्यम से मंगलवार को प्रधानमंत्री को भेजा।
सीटू के जिलाध्यक्ष मदन मिश्रा तथा जिला महामंत्री मनमोहन रौतेला ने कहा कि सीटू के अखिल भारतीय आह्वान पर 11 जनवरी से 23 जनवरी तक दस सूत्रीय मांगों को लेकर चमोली जिले में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया था। इन हस्ताक्षरों के साथ मांग पत्र को प्रधानमंत्री को भेजा गया है। जिसमें मांग की गई कि बढ़ती हुई मंहगाई को देखते हुए न्यूनतम मजदूरी 26 हजार प्रतिमाह किया जाए, नई पेंशन योजना को बंद कर पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाए, विभिन्न संस्थानों पर ठेगा, संविदा अथवा आउट सोर्स से लगे कर्मियों को उन्हीं स्थानों का स्थाई कर्मचारी घोषित किया जाए, भोजन माता तथा आंगनबाडी कार्यकत्रियों को राज्य कर्मचारी घोषित किया जाए, संस्थानों, कार्यालयों में रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाए, रेलवे का निजीकरण पर स्थाई रोक लगायी जाए, श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा का लाभ दिया जाए, बिजली का निजीकरण रोका जाए, पर्वतीय जिलों में उद्यान और कृषि पर आधारित उद्योग स्थापित किये जाए तथा हीट एंड रन कानून को वापस लिया जाए। इस मौके पर मदन मिश्रा, मनमोहन रौतेला, गजे सिंह बिष्ट आदि मौजूद थे।