पोखरी (चमोली)। चमोली जिले के पोखरी में आयोजित तहसील दिवस पर अधिकारी फरियादियों की राह ताकते रहे किंतु समस्याओं के निदान के लिए कोई फरियादी तहसील नहीं पहुंचा।
तहसील दिवस पर मंगलवार को उपजिलाधिकारी अबरार अहमद समेत तमाम विभागीय अधिकारी और कर्मचारी फरियादियों की समस्याओं के निदान को लेकर तहसील सभागार में सुबह ही बैठ गए थे। इसके बावजूद कोई भी फरियादी समस्याओं के निदान के लिए नहीं पहुंचा। इसके चलते समय बीतने पर अधिकारी सभागार से निकल पड़े। फरियादियों के न आने से अब तहसील दिवसों के औचित्य पर भी सवाल खड़े होने लगे है। सामाजिक कार्यकर्ता और एडवोकेट देवेन्द्र राणा का कहना है कि तहसील दिवस मात्र खानापूर्ति के लिए ही रह गए है। इसके चलते सुदूर गांवों से लोग पैसा और समय बर्वाद कर तहसील दिवसों से परहेज करने लगे है।
तहसीलदार किशोर रौतेला ने बताया समस्याओं के निदान को अधिकारी और कर्मचारी तहसील सभागार में निर्धारित समय तक बैठे रहे।
